दरअसल
ग्वालियर जिले के नगरीय निकाय व पंचायतों में एक पते पर 10 से अधिक लोगों के नाम दर्ज हैं, उन मतदाताओं का सत्यापन करना है। यह लोग मौके पर हैं या नहीं। या दूसरी जगह शिफ्ट हो गए। सत्यापन के लिए श्रेणी बनाई गई है। इसमें मृत मतदाता, स्थान परिवर्तित मतदाता, भौतिक सत्यापन में सही पाए गए मतदाता देखना है।
नगर निगम में 16246 घरों की जांच
जिले के चार विकासखंड में गांव में 10,000 घर, जिनमें वोटरों की भरमार- –विकास खंड 11 से 20 – 21 से 30 – 31 से 40 – 41 से 50 – 50 से अधिक -मुरार – 2049 – 236 – 40 – 10 – 07 घाटीगांव – 2067 – 245 – 25 – 5 – 0 डबरा – 2385 – 288 – 53 – 4 – 1
भितरवार – 2312 – 23926 – -7 -1 – 00 योग – 8813 – 1008 – 144 – 26 09
ऑनलाइन रहेगा पुनरीक्षण
वैसे 1 से पांच अगस्त के बीच मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू हो जाता था, लेकिन इस बार लेट हो गया है। क्योंकि मतदाता सूची को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। इस बार पूरा पुनरीक्षण ऑनलाइन रहेगा। बीएलओ मतदाता के घर पहुंचेंगे और मतदाता की जानकारी ऑनलाइन भरेंगे।
विस में बूथ की संख्या पहुंचेगी 2000 के पार
राज्य निर्वाचन आयोग ने भी मतदाता सूची के पुनरीक्षण की तैयारी कर ली है। बीएलओ का प्रशिक्षण हो चुका है। बूथ की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अब एक बूथ पर 12 मतदाताओं के नाम रहेंगे। इस कारण नए बूथ बन सकते हैं। जिले की 6 विधानसभा में 2000 से ऊपर बूथ पहुंच सकते हैं। वर्तमान में 1679 बूथ हैं। इन बूथों पर मतदाताओं की संख्या अधिक है, जिसकी वजह से बूथ पर कतार लगती है। 2023 में विधानसभा चुनाव में लंबी कतार की वजह से लोग बिना वोट डाले लौट गए थे।
इस बार गहन पुनरीक्षण किया जाना है। मृतक, दूसरी जगह जा चुके मतदाता, एक जैसे फोटो व नाम वाले मतदाताओं को चिह्नित किया जाएगा। दो साल बाद जिले में नगरीय निकाय व पंचायत के चुनाव हैं। राज्य निर्वाचन की सूची से वोटिंग होगी।