रनवे पर आग लगते ही मचा हड़कंप
अधिकारियों ने स्थिति को संभालने के लिए यात्रियों को बताया कि डरें मत, यह इमरजेंसी से निपटने की तैयारी का मॉक ड्रिल हो रहा है, एयरपोर्ट पर अचानक विमान के गिरने के बाद की स्थिति से कैसे निपटा जाएगा उसी का रिहर्सल था। अधिकारियों के बयान के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।
चार घंटे तक चला मॉकड्रिल
गुरुवार सुबह चार घंटे तक मॉकड्रिल चला। इसमें रनवे पर अचानक किसी विमान के गिरने के धमाके के बाद रेस्क्यू की स्थिति को दर्शाया गया। जिसमें आग लगने की घटना , घायलों का बचाव, चिकित्सा सहायता और इमरजेंसी की संपूर्ण प्रक्रिया को व्यवहारिक रूप से प्रदर्शित किया गया।
इन विभागों ने मॉक ड्रिल में लिया हिस्सा
इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना की फायर फाइटिंग एवं रेस्क्यू टीम के साथ गोरखपुर की फायर फाइटिंग टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, मेडिकल टीम, सिविल डिफेंस के वालेंटियर के साथ पूरा सिविल एडमिनिस्ट्रेशन मौजूद रहा। घायलों की चिकित्सा के लिए एम्स, टीवी हॉस्पिटल और भारतीय वायु सेना के हॉस्पिटल तैयार रहे। घायलों को एम्बुलेंस से ग्रीन चैनल बनाकर अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में भी घायलों के इलाज की त्वरित व्यस्था हुई।
एयर कोमोडोर प्रशांत ने की मॉक ड्रिल की अध्यक्षता
यह अभ्यास एयरपोर्ट इमरजेंसी प्लान के अंतर्गत आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य संबंधित सभी एजेंसियों की आपातकालीन स्थिति में समन्वय, त्वरित प्रतिक्रिया एवं संसाधन प्रबंधन की क्षमता का मूल्यांकन करना था। अभ्यास की अध्यक्षता भारतीय वायु सेना स्टेशन के एयर कोमोडोर प्रशांत ने की। जो इस मॉकड्रिल के चेयरमैन भी रहे।
मॉक ड्रिल में इन अधिकारियों की रही उपस्थिति
संचालन में ग्रुप कैप्टन रवि किरन सिंह, वायु सेना मेडल सीओओ, वायु सेना ने कमांडर की भूमिका निभाई। विंग कमांडर अश्वनी दूबे, कॉर्डिनेटर के रूप में प्रभारी प्रचालन विजय कौशल ने कार्य किया। साथ में एयरपोर्ट निदेशक आरके पराशर, एसपी साउथ जितेंद्र कुमार, एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट प्रशांत वर्मा, एसडीएम मलख़ान सिंह, डीडीएम गौतम गुप्ता, डिप्टी कमांडेंट एनडीआरएफ कुलदीप सिंह, डिप्टी सीएमओ नीरज गुप्ता, मेडिकल ऑफिसर एन के द्विवेदी, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर गगन गुप्ता, एम्स के डॉ. अरुण पांडेय के अलावा एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,सिविल डिफेंस की टीम भी मौजूद रही।
बोले प्रचालन प्रभारी
गोरखपुर एयरपोर्ट के प्रचालन प्रभारी विजय कौशल ने बताया कि अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान क्रैश हुआ था। सभी हवाई अड्डे पर ऐसी स्थिति में बचाव कार्य एवं रेस्क्यू के लिए सभी एजेंसीज की दक्षता को परखने के साथ पूर्ण तैयारी को जांच करने के लिए मॉकड्रिल का अयोजन किया गया।