यह दर्द भरी दास्तान
गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला साहेबगंज की रहने वाली पूनम गुप्ता 50 वर्ष की हैं। अब तक वह अविवाहित थी। परिवार बेहद गरीब है। पिता की बचपन में मौत हो चुकी थी। जबकि भाई मुक्कू की हत्या करीब 25 वर्ष पहले एक मुस्लिम परिवार से हुए विवाद में कर दी गई थी। उनका विकलांग भाई अब तक मां और तीन बहनों की जिम्मेदारी उठा रहा था।
मांग में सिंदूर भरकर मंदिर में रचाई शादी
वर्ष 2024 में रेलवे डीजल शेड में तैनात वरिष्ठ तकनीकी सहायक राजेंद्र कपूर ने पूनम से शादी का प्रस्ताव दिया। पत्नी की मृत्यु के बाद राजेंद्र ने बार-बार पूनम के घर जाकर विवाह की बात कही। इसके साथ ही सर्विस बुक में नाम जोड़ने व पेंशन-रेल पास का लालच भी दिया। उसने कोर्ट मैरिज कराने की बात कहकर पूनम को कचहरी बुलाया। लेकिन विवाह मजिस्ट्रेट के सामने शादी न कर सिर्फ नोटरी पर सहमति पत्र बनवाया। विरोध होने पर दुखहरण नाथ मंदिर में सिंदूर भरकर उसे पत्नी बताकर घर ले गया।
घर पहुंचने पर बेटियों ने शुरू किया उत्पीड़न, अब ले जाने से भी इनकार
कुछ दिन बाद राजेंद्र की बेटियों ने उत्पीड़न शुरू कर दिया। नहाने से लेकर खाने तक हर बात में रोक-टोक की गई। अंततः पूनम को मायके छोड़ दिया। अब ले जाने से इंकार कर दिया। परेशान पूनम ने जीएम रेलवे, डीआरएम लखनऊ, डीएमई गोंडा और पुलिस से शिकायत की। शनिवार को महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। आयोग ने मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।