यूपी के
गोंडा जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी का झांसा देकर 36.20 लाख ठगी का मामला सामने आने पर हड़कंप मच गया है। हालांकि की विभाग का इससे कोई लेना-देना नहीं है। क्योंकि यह कारनामा विभाग के पूर्व लेखाकार ने किया है। जब लोगों को नौकरी नहीं मिली तो पैसे की मांग करने लगे। पीड़ितों का आरोप है कि उन्हें काफी प्रयास के बाद चेक दिया गया। लेकिन वह चेक बैंक में लगाने पर बाउंस हो गया। इस मामले में जिले के कटरा बाजार थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 3 चरेरा दिनईपुरवा के रहने वाले अरुण कुमार पांडे ने कटरा थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि तीन वर्ष पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग के पूर्व लेखाकार स्वयं प्रकाश शुक्ल, जो रघुकुल विद्यापीठ स्कूल के पास सिविल लाइन में रहते हैं। उन्होंने चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख रुपये लिए थे। न तो नौकरी मिली, न ही रकम वापस की गई। इसके अलावा करनैलगंज के कंजेमऊ के रहने वाले राम नेवाज से 6.10 लाख रुपये, तिलका दूबे पुरवा के रहने वाले राम आसरे से 6 लाख रुपये, गंगा प्रसाद से 6.10 लाख रुपये, तिलका के राजेश शुक्ल से 7 लाख रुपये, गंडाही के भूपेश चंद्र से 5 लाख रुपये की ठगी हुई। जब पीड़ितों ने रकम वापस मांगी तो उन्हें फर्जी चेक दे दिए गए। जो बैंक में लगाने पर बाउंस हो गए।
प्रभारी निरीक्षक बोले- केस दर्ज कर जांच की जा रही
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक कटरा बाजार ने बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर छह लोगों से कुल 36.20 लाख की ठगी हुई है। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।