घटना के बाद से गांव में चर्चा का बाजार गर्म है। सूरज के पिता बाले चौहान का आरोप है कि उनके बेटे के साथ गांव वालों ने मारपीट की थी। उधर, मोहिनी की मां का कहना है कि पुलिस की धमकी से उनकी बेटी डर गई थी। पुलिसवालों ने उन पर सूरज की मौत के लिए दोषी ठहराते हुए कार्रवाई की बात कही थी। जिससे घबराकर बेटी ने यह कदम उठा लिया।
दोनों परिवार की विरोध के चलते प्रेमी युगल ने मौत को लगाया गले
थानाध्यक्ष कमलाकांत त्रिपाठी ने इस पूरे मामले को प्रेम प्रसंग का नतीजा बताया है। उनका कहना है कि दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते थे। लेकिन उनके घरवाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। इसी विरोध के चलते पहले युवक और फिर किशोरी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं परिजन अब एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। जिससे मामला और उलझ गया है। गांव में दबी जुबान में लोग इसे अधूरी मोहब्बत की दर्दनाक दास्तान कह रहे हैं।