यह घटना बृहस्पतिवार शाम को तब सामने आई जब उनकी मां घर लौटीं। उन्होंने देखा कि दोनों बच्चे कमरे में बेहोश पड़े थे और कमरा अंदर से बंद था। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़कर दोनों को सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसीपी कविनगर, भास्कर वर्मा ने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार, दोनों ने सल्फास खाया था। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
सौतेली मां पर उत्पीड़न का आरोप
मृतकों की मौसी रेखा ने उनकी सौतेली मां पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। रेखा के अनुसार, अविनाश और अंजली की अपनी मां की मृत्यु 2007 में हो गई थी, जिसके बाद उनके पिता सुखबीर सिंह ने दूसरी शादी कर ली थी। रेखा का आरोप है कि सौतेली मां दोनों बच्चों को परेशान करती थी, जिससे तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया। मृतकों के पिता, सुखबीर सिंह, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) में मानव संसाधन विभाग में वैज्ञानिक हैं और फिलहाल गोवा में तैनात हैं। अविनाश ने छह महीने पहले ही आईबी के इलेक्ट्रिकल विभाग में नौकरी शुरू की थी, जबकि अंजली एक निजी कंपनी में काम करती थी।