मिली जानकारी के मुताबिक, ललिता गुरुवार सुबह 8.30 बजे शौच के लिए अपने घर से निकली थी। दोपहर तक वह वापस नहीं लौटी। पिता पदमन भुजिया के अनुसार काफी खोजबीन के बाद बड़ा बेटा मोहन भुजिया कारीपगार झरने की ओर गया। वहां उसने 250 फीट ऊंचे झरने के नीचे ललिता का शव पानी में पड़ा देखा। इसके बाद गांव के सरपंच, उपसरपंच और मुखिया के साथ परिवार मौके पर पहुंचा। शव को पानी से बाहर निकाला।
शव पर गहरे चोट के निशान
शव पर सिर और पैर में गहरी चोटें थीं, जिससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि युवती का पैर फिसल गया और वह
झरने में गिर गई। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर मैनपुर टीआई अपनी टीम के साथ आमामोरा पहुंचे। उन्होंने सूचक पदमन भुजिया, सरपंच समेत अन्य ग्रामीणों के साथ घटनास्थल का मुआयना किया।
बीएनएसएस की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर शव पंचनामा की कार्रवाई की। मैनपुर चिरघर में पोस्टमार्टम और मेडिकल जांच के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आपराधिक आशंका नहीं लग रही है। मामला दुर्घटना का प्रतीत होता है। फिर भी सभी तथ्यों की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।