उत्तर प्रदेश के
एटा जिले के सरौतिया गांव में उस समय सनसनी फैल गई। जब एक नागिन ने एक घर को 24 घंटे तक अपने कब्जे में ले लिया। नागिन घर के बाहर फन फैलाकर बैठी रही और फुफकारती रही। गांव वालों का कहना है कि 15 दिन पहले इसी गांव में एक नाग की हत्या की गई थी। शायद उसी का बदला लेने नागिन आई थी। पूरे गांव ने नागिन के खौफ में रात जागते हुए गुजारी। प्रवेश दीक्षित के परिवार वाले सहमे रहे और मदद का इंतजार करते रहे। आखिरकार, दूसरे दिन वन विभाग की टीम पहुंची और नागिन को पकड़कर जंगल में छोड़ आई। मगर इसके बावजूद भी गांव वालों का डर खत्म नहीं हुआ। परिवार की सदस्य विमला देवी का कहना है कि, “वो बदला लेने ही आई थी। अगर पकड़ में नहीं आती तो शायद कुछ और हो जाता। गांव में अब भी चर्चा है कि नागिन अपने साथी की मौत का बदला जरूर लेती है। और लोग अब भी आशंका में हैं कि नागिन वापस लौट सकती है।
लोगों के मन में कहानियों से उपजा भम्र अभी बरकरार
वन विभाग लोगों का कहना है कि बारिश का सीजन है। सांपों के बिलों में पानी भर गया है। ऐसे में वह घर को अपना ठिकाना बना रहे हैं। नागिन सिर्फ अपने शिकार को खोजते हुए पहुंची थी। लेकिन गांव वालों के मन में बैठा डर और कहानियों से उपजा भ्रम अब तक बरकरार है।