पुराने नियम में थी दिक्कतें
पुराने नियम के हिसाब से सभी छात्रों की टीसी वेबसाइट पर अपलोड करना जरूरी था चाहे वे पहले से स्कूल में पढ़ रहे हों या नए एडमिशन के साथ आए हों। इससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था जहां इंटरनेट की सीमित सुविधा और साइबर कैफे पर निर्भरता होती है। बोर्ड ने माना प्रधानाचार्यों का सुझाव
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि कई स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने टीसी अपलोड करने में आ रही दिक्कतों को बोर्ड के सामने रखा। उनका कहना था कि जो छात्र पहले से स्कूल में पढ़ रहे हैं उनकी टीसी अपलोड करना न तो जरूरी है और न ही व्यावहारिक है। बोर्ड ने इस पर विचार कर नियम में बदलाव किया और केवल बाहरी छात्रों के लिए टीसी अपलोड करना अनिवार्य किया है।
फर्जी एडमिशन रोकने के लिए बना था नियम
बोर्ड के मुताबिक, टीसी अपलोड करने का नियम इसलिए बनाया गया था ताकि फर्जी छात्र एडमिशन न ले सकें। अब नियम में थोड़ी ढील दी गई है लेकिन दूसरे स्कूल से आए छात्रों के लिए यह नियम अभी भी जरूरी रहेगा।