
Panchayat Sachiv क्या होता है?
Panchayat Sachiv ग्रामीण प्रशासनिक ढांचे में एक मुख्य भूमिका निभाता है। यह पद राज्य सरकार के अधीन आता है और पंचायत स्तर पर विकास कार्यों की निगरानी, योजना क्रियान्वयन और रिपोर्टिंग का जिम्मा संभालता है। Panchayat Sachiv का ऑफिस पंचायत ऑफिस में होता है।Panchayat Sachiv बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी होती है?
हर राज्य में पंचायत सचिव की भर्ती प्रक्रिया अलग होती है, लेकिन आम तौर पर यह राज्य की अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (SSSC) या लोक सेवा आयोग (PSC) के माध्यम से होती है। सभी राज्यों में इस पद को भरने के अपने-अपने नियम और कानून हैं। कुछ प्रमुख राज्यों में यह परीक्षा निचे दी गई संस्थाएं आयोजित करती हैं। अधिकतर राज्यों में ये सरकारी नौकरी के अंतर्गत आती है।बिहार: BSSC या पंचायत राज विभाग
मध्य प्रदेश: MPPEB / MPESB
राजस्थान: RSMSSB
झारखंड: JSSC
चयन प्रक्रिया कैसे होती है?
पंचायत सचिव के पद के लिए भर्ती की प्रक्रिया की बात करें तो इसमें आम तौर पर तीन चरण होते हैं। लिखित परीक्षा, डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन और कुछ राज्यों में इंटरव्यू भी होता है। हालांकि कई राज्यों में इंटरव्यू नहीं भी लिया जाता है। परीक्षा में अमूमन सामान्य ज्ञान, गणित, करंट अफेयर्स जैसे विषयों से सवाल पूछे जाते हैं।Panchayat Sachiv Salary: शैक्षणिक योग्यता और सैलरी
सचिव पद के लिए उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। कई राज्यों में कंप्यूटर में बेसिक ज्ञान या डिप्लोमा अनिवार्य हो सकता है। वहीं सैलरी की बात करें तो सचिव का प्रारंभिक वेतन ₹21,700 से ₹29,200 प्रति माह (लेवल 3 से 5 तक) रहता है। वहीं महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) व अन्य: ₹8,000 से ₹12,000 मिलता है।
कुल इन-हैंड सैलरी ₹28,000 से ₹38,000 प्रति माह (राज्य और सेवा शर्तों के अनुसार अलग-अलग) होता है।