Girl Sainik School: कक्षा 6 और 9 में होगा प्रवेश
विद्यालय में कक्षा 6 और कक्षा 9 में सिर्फ छात्राओं को ही प्रवेश मिलेगा। प्रत्येक कक्षा में 80 बालिकाओं को दाखिला दिया जाएगा। प्रवेश के लिए एंट्रेंस परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए आवेदन जनवरी 2026 में लिए जाएंगे। परीक्षा अप्रैल 2026 में कराई जाएगी और परिणाम मई 2026 में घोषित होगा। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 1 जुलाई 2026 से होगी। प्रदेश में कुल 9 नए सैनिक स्कूल शुरू करने की योजना है, जिनमें से एक सामान्य सैनिक स्कूल श्रीगंगानगर में खोला जाएगा। इन सभी स्कूलों में साइंस स्ट्रीम के सभी विषयों की पढ़ाई की जाएगी। स्कूल का संचालन चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल की तर्ज पर होगा।स्टाफ की नियुक्ति
विद्यालय में प्रधानाचार्य और हॉस्टल वार्डन के पदों पर सेवानिवृत्त सेना अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी, जबकि अन्य शैक्षणिक और अशैक्षणिक कर्मचारी राज्य सरकार की सेवाओं से लिए जाएंगे।
इतिहास की झलक: देश का पहला बालिका विद्यालय
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था। 3 जनवरी 1831, को महिलाओं के अधिकारों के लिए जीवन समर्पित करने वाली सावित्रीबाई फुले का जन्म हुआ था। वह भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं और उन्होंने 1848 में महाराष्ट्र के पुणे में देश का पहला बालिका विद्यालय शुरू किया था। इस स्कूल की स्थापना उन्होंने अपने पति महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर भिड़ेवाड़ा, पुणे में की थी। इस स्कूल की प्रिंसिपल की जिम्मेवारी भी उन्होंने खुद संभाली।