अपहरण का दर्ज कराया मामला
जानकारी के अनुसार 10 अप्रेल को एक नाबालिग लड़की अपने घर से बाजार जाने के लिए निकली थी, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटी। परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 23 अप्रेल को लड़की के पिता ने पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन को प्रार्थना पत्र सौंपा। अगले दिन 24 अप्रेल को लड़की का व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें उसने रोते हुए बताया कि उसे जबरन गुजरात ले जाया गया है और एक अज्ञात जगह पर रखा गया है। उसने आरोपी का आधार कार्ड भी भेजा।
जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच
शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस ने गुजरात के बायड क्षेत्र से नाबालिग को दस्तयाब किया। पुलिस को दिए गए बयान में लड़की ने बताया कि उसका अपहरण नहीं हुआ, बल्कि उसका सौदा पिता व दलाल रतनलाल पांडोर ने मिलकर किया था। उसे गुजरात के संतरामपुर, पाटन, बायड और मालपुर में चार अलग-अलग जगह लोगों को बेचा गया, जहां हर बार कुछ दिन रखकर उसे जबरन देह व्यापार के लिए मजबूर किया गया।
हर बार लाखों में सौदा
पुलिस ने पिता और दलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि हर बार लड़की को कुछ दिन के लिए अलग-अलग दलाल के पास भेजा जाता था। हर बार लाखों रुपए में सौदा होता था। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया है। मामले में अन्य संलिप्त आरोपियों की तलाश जारी है।
पिता हत्या के मामले में हो चुका गिरफ्तार
नाबालिग का पिता पूर्व में प्रेमिका की हत्या के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। जिसका मामला अभी लंबित है। वह जिला काराग्रह में रह चुका है।