धौलपुर. विद्युत निगम इन दिनों तिहरी मार से जूझ रहा है। एक ओर भीषण गर्मी तो दूसरी और शहर में होती 50 प्रतिशत बिजली की चोरी तो तीसरी ओर मौसम की मार। जिस कारण विद्युत खपत 10 से 15 प्रतिशत बढ़ चुकी है। जिले भर में जहां प्रतिदिन 38 से 39 लाख यूनिट लाइट सप्लाई की जा रही है तो धौलपुर शहर में यह आंकड़ा 15 लाख से बढकऱ 17 लाख यूनिट पर पहुंच गया है। लोड बढऩे का असर विद्युत उपकरणों पर दिखाई दे रहा है। आए दिन कहीं न कहीं विद्युत ट्रांसफार्मरों में आग रही है तो केबिलों में फॉल्ट और ट्रिपिंग के कारण घरों की बत्ती गुल होने से लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं।
भीषण गर्मी और शहर में होती छीजत के कारण बिजली मांग के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। विद्युत वितरण व्यवस्था पर भी दबाव बढ़ गया है। जिससे शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुचारू रखना डिस्कोम के लिए चुनौती बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह बिजली कटौती की जा रही है। वहीं शहरों में भी लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। बीते दिनों से शहर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। जिससे बिजली की खपत बढऩे से आपूर्ति प्रभावित हो रही है। बिजली चोरी के कारण विद्युत खपत बढ़ रही है जिससे लोड बढ़ रहा है और ट्रिपिंग की समस्या हो रही है, विद्युत निगम ने बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रखा है और कार्रवाई भी कर रहा है लेकिन चोरी की घटनाएं लगातार जारी हैं।
लोड के कारण 8 ट्रांसफार्मरों में लगी आग गर्मियों के दौरान विद्युत मांग के एवज में लोड बढऩे का असर केबिलों में फॉल्ट और ट्रिपिंग के साथ विद्युत उपकरणों में दिखाई देने लगता है। मई माह में बढ़ते तापमान के बीच इस माह अभी तक मण्डी के सामने, शंकर वकील कोठी के पास सहित 8 जगहों पर लगे ट्रांसफार्मर आग की भेंट चढ़ चुके हैं। साथ ही जगह-जगह लगी केबिलों में फॉल्ट और ट्रिपिंग की बढऩे की वजह से दिन और रात दोनों समय बत्ती गुल रही है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा रहा है। विद्युत निगम के अधिकारियों ने बताया कि गर्मी में बढ़ते विद्युत लोड को देखते हुए शहर के बाड़ी रोड, पुराना शहर, हुण्डावाल क्षेत्र फीडरों की क्षमता बढ़ाते हुए 100 से 160 किया गया है।
बिजली छीजत ने निकाला डिस्कोम का पसीना धौलपुर राज्य में सबसे ज्यादा बिजली चोरी करने वाला जिला है। बात धौलपुर शहर की करें तो शहर में लगभग 22 हजार के आसपास विद्युत उपभोक्ता हैं तो वहीं 10 हजार के लगभग अवैध कनेक्शन। जो जंफर डालकर डिस्कोम की नींद हराम किए हुए हैं। यानी सीधा सीधा 50 प्रतिशत के आसपास शहर में बिजली चोरी हो रही है। जो कि एक बड़ा आंकड़ा है। शहर में जिस लेवल पर बिजली चोरी हो रही है यह विद्युत लोड बढऩे का मुख्य कारण है। जिससे आए दिन नागरिकों और डिस्कोम को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। हालांकि डिस्कोम ऐसे बिजली चोरी को लेकर अपने स्तर से अभियान छेड़े हुए है लेकिन चोर कार्रवाई के अगले दिन से फिर चोरी में मशगूल हो जाता है।
250 से 300 शिकायतें पहुंच रहीं प्रतिदिन जैसे-जैसे सूर्य की किरणें तीखी होती जा रही हैं वैसे-वैसे डिस्कोम की हालत भी पतली होती जा रही है। पहले जहां सामान्य दिनों में डिस्कोम जिला मुख्यालय पर 40 से 50 ही शिकायतें आती थीं तो वहीं अब यह शिकायतें 250 से 300 तक प्रतिदिन पहुंच चुकी हैं। जिनमें सबसे ज्यादा फॉल्ट और ट्रिपिंग की ही होती है। डिस्कोम अधिकारियों का कहना है कि शहर में विभाग ने दो गाडिय़ोंं के साथ दस्ता लगा रखा है जो लोगों की शिकायत का समाधान करते हैं।
अंधड में 344 पोल हुए डेमेज डिस्कोम गर्मी और छीजत के साथ मौसम की मार से भी जूझ रहा है। गुरुवार रात्रि आए अंधड़ में धौलपुर शहरी, ग्रामीण और पांचों उपखंडों में 344 विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अंधड़ का सबसे ज्यादा असर राजाखेड़ा क्षेत्र में देखने को मिला है जहां 126 पोल जमींदोज हुए हैं। धौलपुर शहरी क्षेत्र की बात करें तो तीन 11 केवी फीडरों के 4 पोल और ग्रामीण क्षेत्र के अठारह 11 केवी फीडरों के 43 पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा बाड़ी में 50, बसेड़ी में 15 सैंपऊ में 82 और सरमथुरा मेंं 13 पोल डेमेज हुए हैं। इसके अलावा जगह-जगह विद्युत लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिस कारण कई क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई बाधित रही। डिस्कोककर्मी क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत कार्य में जुटे हुए हैं।धौलपुर. पीजी कॉलेज के पास लाइन को सही करते विद्युतकर्मी।