script17 साल से बंद इस गर्ल्स हॉस्टल की क्या थी वजह? इस वर्ष फिर से खुलेगा दरवाजा… | reason for this girls hostel being closed for 17 years | Patrika News
धमतरी

17 साल से बंद इस गर्ल्स हॉस्टल की क्या थी वजह? इस वर्ष फिर से खुलेगा दरवाजा…

CG Girls Hostel: धमतरी जिले में जिला मुख्यलय स्थित बीसीएस पीजी कालेज में बने गर्ल्स हॉस्टल का ताला 17 साल बाद खुलेगा। निर्माण के बाद से ही सुरक्षा को लेकर इस हॉस्टल का आज तक लोकार्पण नहीं हो सका।

धमतरीJun 03, 2025 / 01:11 pm

Shradha Jaiswal

17 साल से बंद इस गर्ल्स हॉस्टल की क्या थी वजह?(photo-patrika)

17 साल से बंद इस गर्ल्स हॉस्टल की क्या थी वजह?(photo-patrika)

CG Girls Hostel: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जिला मुख्यलय स्थित बीसीएस पीजी कालेज में बने गर्ल्स हॉस्टल का ताला 17 साल बाद खुलेगा। निर्माण के बाद से ही सुरक्षा को लेकर इस हॉस्टल का आज तक लोकार्पण नहीं हो सका। पत्रिका के प्रयास बाद इसी सत्र से गर्ल्स हास्टल को शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है।
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CG Girls Hostel: बता दें कि पत्रिका ने 21 नवंबर 2024 को खुला रास्ता, सुरक्षा का अभाव और बाउंड्रीवाल नहीं, इसलिए 27 साल पुराने गर्ल्स हॉस्टल का नहीं हो सका लोकार्पण शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिला प्रशासन ने भी संज्ञान में लिया।
पश्चात कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कालेज का निरीक्षण किया। गर्ल्स हॉस्टल के बारे में प्राचार्य से जानकारी ली। कलेक्टर के निर्देश बाद कालेज प्रबंधन द्वारा गर्ल्स हॉस्टल के मरमत समेत अन्य कमियों को दूर करने के लिए टीम का गठन किया गया है। टीम के सदस्य हास्टल के लिए नियमावली बनाने में जुटे हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद सुरक्षा गार्ड की भी नियुक्ति की जाएगी।

शाम 7 बजे से 8 बजे तक बंद रहेगा रास्ता

प्राचार्य डॉ वीके पाठक ने बताया कि वर्ष-2007 में करीब 25 लाख रूपए की लागत से गर्ल्स हास्टल बना। जनभागीदारी समिति द्वारा कुछ राशि लगाकर इसकी मरमत भी कराई गई है। लंबे समय से बंद रहने के कारण हास्टिपल के पीछे की दीवार में बड़ी दरारें आ गई है, जिसकी मरमत पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 20 सीटर गर्ल्स हॉस्टल इसी सत्र से शुरू किया जाएगा। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षा की दृष्टि से गर्ल्स हास्टल में सीसी टीवी कैमरा, सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति के साथ ही शाम 7 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक कालेज से गुजरे रास्ते को बंद किया जाएगा। इसके लिए भी शासन से सहयोग मांगा गया है। कालेज प्रबंधन ने बताया कि बीसीएस पीजी कालेज करीब 27 एकड़ क्षेत्र में फैला है।

मरमत में करीब 50 हजार होगा खर्च

सुरक्षा की दृष्टि से परिसर में बाउंड्रीवाल कराया जाना है। यह कार्य अभी प्रक्रियाधीन है। हॉस्टल में वार्डन, महिला चौकीदार, कूक, मेट्रन सहित बुनियादी सुविधाओं के लिए भी योजना बनाई गई है। कलेक्टर के निर्देश के बाद इन सभी प्रक्रियाओं से जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। हरी झंडी मिलने के बाद प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
2007 में बने गर्ल्स हास्टल का उपयोग नहीं होने से दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है। हास्टल के पीछे का कुछ हिस्सा बारिश के पानी के चलते क्षतिग्रस्त हो चुका है। दीवार भी टूट गई है। इसकी मरमत के लिए करीब 50 हजार रूपए की आवश्यकता है। पीडल्यूडी विभाग के अधिकारी सर्वे कर एस्टीमेंट बनाने कहा गया है। संभवत: अगस्त माह से गर्ल्स हास्टल का शुभारंभ हो सकता है।

100 बिस्तर नया गर्ल्स हॉस्टल के लिए भेजा प्रस्ताव

प्राचार्य डॉ वीके पाठक ने बताया कि कालेज के पीछे हिस्से में करीब 6 करोड़ की लागत से 100 सीटर नया गर्ल्स हास्टल बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। यह हास्टल सर्वसुविधायुक्त और हाईटेक होगा। हास्टल में अहाता, खेल मैदान, डायनिंग हाल, लाइब्रेरी, टीवी कक्ष, वाईफाई जोन, गार्ड रूम समेत अन्य सभी सुविधाएं होंगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शासन को प्रस्ताव बनाकर इसे स्वीकृति के लिए भेजा गया है। हॉस्टल निर्माण पीएम उषा योजना के तहत होगा।

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