मौसम विभाग की चेतावनी
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, हरिद्वार, नैनीताल, उधमसिंहनगर, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत और बागेश्वर में आज दिनभर भारी बारिश के आसार हैं। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसका अर्थ है कि मौसम की स्थिति गंभीर हो सकती है और लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी।
मौसम विभाग के निदेशक ने बताया कि इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं 100 मिली मीटर से अधिक वर्षा हो सकती है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव, नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाएगा।
छुट्टी का आदेश
भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है।
- ऊधमसिंह नगर
- बागेश्वर
- नैनीताल
- पौड़ी गढ़वाल
- टिहरी गढ़वाल
- रुद्रप्रयाग
- चंपावत
- देहरादून
कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों में आज पूर्ण अवकाश रहेगा।
प्रशासन की तैयारी
- राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने बारिश से उत्पन्न होने वाली संभावित आपदा से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी है।
- आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
- एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
- नदी किनारे और भूस्खलन संभावित इलाकों में गश्त बढ़ाई गई है।
- हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
पिछले दिनों की घटनाएं
बीते सप्ताह से लगातार हो रही बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित किया है। कई जगहों पर सड़कें बाधित, नाले उफान पर और कृषि भूमि जलमग्न हो गई है।
- चमोली और पिथौरागढ़ में भूस्खलन से सड़कों का संपर्क टूट गया।
- हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचा।
- देहरादून में कई निचले मोहल्लों में जलभराव से लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हुआ।
जनता के लिए सावधानियां
- प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं
- अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, खासकर नदियों और नालों के पास न जाएं।
- भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्क रहें।
- बिजली गिरने की आशंका वाले मौसम में खुले में मोबाइल फोन या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल न करें।
- वाहन चलाते समय पानी से भरी सड़कों पर जाने से बचें।
- किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन या हेल्पलाइन से तुरंत संपर्क करें।
कृषि और यातायात पर असर
- भारी बारिश का असर केवल जनजीवन पर ही नहीं, बल्कि कृषि और परिवहन पर भी पड़ा है।
- खेतों में पानी भर जाने से फसल को नुकसान का खतरा है।
- कई जिलों में ग्रामीण सड़कों पर कीचड़ और पानी जमा हो गया है, जिससे यातायात बाधित है।
- टूरिस्ट डेस्टिनेशन जैसे नैनीताल और मसूरी में पर्यटकों को होटल से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों में भी उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी रह सकता है। 14 और 15 अगस्त को कुछ इलाकों में बारिश की तीव्रता कम होने की संभावना है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और मलबा गिरने का खतरा बरकरार रहेगा।