क्यों लिया गया यह निर्णय
मौसम विभाग के अनुसार, 13 और 14 अगस्त को इन जिलों में अतिवृष्टि (भारी से बहुत भारी बारिश) की संभावना है। इससे भूस्खलन, अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड), बोल्डर गिरना, जलभराव, और सड़क बंद होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश से पहले ही कई जगहों पर भू-स्खलन और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

किन संस्थानों पर लागू होगा आदेश
- सभी सरकारी विद्यालय (कक्षा 1 से 12 तक)
- सभी अर्द्धसरकारी विद्यालय
- सभी निजी विद्यालय (कक्षा 1 से 12 तक)
सभी आंगनबाड़ी केंद्र
मुख्य शिक्षा अधिकारी, अल्मोड़ा, और जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास), अल्मोड़ा को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।क्या होगी कार्रवाई
जिला मजिस्ट्रेट ने साफ किया है कि आदेश का पालन न करने पर संबंधित संस्था या अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय छात्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले छोटे बच्चों की जानमाल की सुरक्षा के लिए लिया गया है, और इसमें किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।मौसम विभाग की चेतावनी के मायने
IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, इस दौरान कुमाऊँ क्षेत्र में कई स्थानों पर 115.6 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा सकती है, जिसे ‘बहुत भारी वर्षा’ की श्रेणी में रखा जाता है। पहाड़ी ढलानों और नदी-नालों के किनारे रहने वालों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- भारी बारिश के चलते पहाड़ी जिलों में भूस्खलन से सड़कें बंद हो सकती हैं।
- बोल्डर गिरने से जानमाल का खतरा बढ़ सकता है।
- अचानक बाढ़ से निचले इलाकों में जलभराव और आवागमन ठप हो सकता है।
- बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है।
प्रशासन की अपील
- लोग गैर-जरूरी यात्रा से बचें।
- नदी-नालों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें।
- आपात स्थिति में तुरंत जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से संपर्क करें।