उज्जैन के निवासी होने का दावा
पकड़े गए पांच ने पुलिस पूछताछ में खुद को उज्जैन जिले का निवासी बताया है, लेकिन फिलहाल उनकी पहचान की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस ने इनके सामान की तलाशी ली, हालांकि किसी प्रकार की आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। वहीं मामले में स्थानीय लोगों के अनुसार, यह समूह पिछले कुछ दिनों से शहर की विभिन्न कॉलोनियों में घूम रहा था और लोगों से जबरदस्ती पैसे मांगता देखा गया। उनकी बोलचाल और बर्ताव से आमजन को संदेह हुआ, जिसके बाद यह मामला पुलिस तक पहुंचा।
पुलिस संदिग्धों से कर रही पूछताछ
वहीं कोतवाली थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ जारी है और उनकी गतिविधियों की गहनता से जांच की जा रही है। उनके उद्देश्य क्या थे और वे दमोह में किस उद्देश्य से रुके थे, इसे लेकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।वहीं लोगों से अपील की है कि यदि किसी अजनबी की गतिविधियां संदेहास्पद लगें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।
किन्नर समाज ने भी थाने में की शिकायत
दमोह के स्थानीय किन्नर समुदाय ने भी इन घटनाओं पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस तरह के नकली भेषधारियों की हरकतें किन्नर समाज की साख को ठेस पहुंचाती हैं और समाज में गलत संदेश जाता है।