इंग्लैंड के पास सिराज की सटीकता का कोई जवाब नहीं था, क्योंकि उन्होंने पांचवें दिन 25 गेंदों में सिर्फ नौ रन देकर तीन विकेट झटके और निचले क्रम को तहस-नहस कर दिया। सिराज ने गस एटकिंसन का ऑफ स्टंप उखाड़कर भारत की जीत पक्की की। तेंदुलकर ने कहा कि अविश्वसनीय और शानदार अंदाज। मुझे उनका रवैया बहुत पसंद है।
सीरीज में फेंक दी 1113 गेंद
एक तेज गेंदबाज का इस तरह लगातार आपके सामने रहना, किसी भी बल्लेबाज को पसंद नहीं आएगा। और आखिरी दिन उन्होंने जो रवैया अपनाया, वह अंत तक कायम रहा, मैं कमेंटेटर्स को यह कहते हुए भी सुन सकता था कि उन्होंने सीरीज में 1,000 से ज्यादा गेंदें फेंकने के बाद आखिरी दिन लगभग 90 मील प्रति घंटे (145 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से गेंद फेंकी। यह उनके साहस और बड़े दिल को दर्शाता है।” सिराज इस सीरीज में 32.43 की औसत से 23 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे। सीरीज में उन्होंने 1,113 गेंदें फेंकी।
‘नहीं मिलता वो श्रेय’
तेंदुलकर ने कहा कि आखिरी दिन उन्होंने जिस तरह से शुरुआत की, वह काबिले तारीफ थी और उन्होंने हमेशा अहम भूमिका निभाई है, जब भी हमें उनकी जरूरत पड़ी, जब भी हम चाहते थे कि वह धमाकेदार प्रदर्शन करें। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी करके दिखाई। इस सीरीज में भी यही हुआ। जिस तरह से उन्होंने इतने सारे विकेट लिए और अच्छा प्रदर्शन किया, उससे उन्हें वह श्रेय नहीं मिलता, जिसके वे हकदार हैं। सिराज इस सीरीज में सबसे बेहतरीन गेंदबाज साबित हुए। जसप्रीत बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण केवल तीन मैच ही खेल पाए।