एक हाथ के साथ बल्लेबाजी
इस सीरीज में दो ही ऐसे तेज गेंदबाज रहे, जिन्होंने सभी 5 मैचों में भाग लिया। पहले मोहम्मद सिराज और दूसरे क्रिस वोक्स। हालांकि वोक्स पांचवें टेस्ट के पहले दिन कंधे की चोट की वजह से पूरे खेल में मैदान पर नहीं आए लेकिन जब आखिरी दिन इंग्लैंड पर हार का संकट मंडराने लगा तो वोक्स मैदान पर उतरे। पहली बार किसी बल्लेबाज को दुनिया ने एक हाथ से बल्ला लेकर मैदान पर आते देखा।
फ्रैक्चर पैर के साथ बल्लेबाज
ऋषभ पंत की हाथ की अंगुली तो लॉर्ड्स में ही चोटिल हो गई थी लेकिन मैनचेस्टर तक वह ठीक हो गए। हालांकि चौथे टेस्ट की पहली पारी के दौरान उनके पैर की अंगुली में चोट लगी और स्कैन में पता चला की फ्रैक्चर हो गया है। इसके बावजूद टीम इंडिया के उपकप्तान बल्लेबाजी करने उतरे और अर्धशतक जड़ दिया।
हर मैच से पहले स्क्वॉड में नया खिलाड़ी
इस सीरीज में इंग्लैंड ने हर मैच से पहले अपने स्क्वॉड में बदलाव किया। पहले मैच के बाद उन्होंने जोफ्रा आर्चर को टीम में शामिल किया तो तीसरे मैच से पहले गस एटकिंसन, चौथे मैच से पहले लियाम डॉसन और आखिरी मैच से पहले जेमी ओवर्टन को इंग्लैंड के स्क्वॉड में शामिल किया गया।
भारतीय बल्लेबाजों का धमाकेदार प्रदर्शन
शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा, यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और ऋषभ पंत ने इस सीरीज में 400-400 से ज्यादा रन बनाए, जिसकी बदौलत भारतीय टीम 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में सबसे ज्यादा रन बना डाले। टीम इंडिया 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली टीम बन गई। टीम इंडिया ने इस सीरीज में 3, 809 रन बनाए।
टेस्ट इतिहास की सबसे रोमांचक जीत
ओवल में टीम इंडिया के सामने करो या मरो की स्थिती थी। पहली पारी में वे 224 रन पर आउट हो गए और इंग्लैंड ने 247 रन बनाकर 23 रनों की बढ़त हासिल कर ली। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने रनों का अंबार लगाया लेकिन इंग्लैंड ने भी हार नहीं मानी। सिराज के मैजिक ने टीम इंडिया को जीत दिला दी। यह भारत की सबसे छोटी जीत रही। भारत ने इंग्लैंड को 6 रन से हराया। भारत की दूसरी सबसे छोटी जीत 13 रन से हुई थी, जो 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली थी।