टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 396 रन का स्कोर खड़ा किया, जिसमें आकाश दीप के 66 रन काफी महत्वपूर्ण रहे। इसके अलावा यशस्वी जायसवाल ने शतकीय पारी खेली तो रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने भी 53-53 रन बनाए, जिसकी बदौलत भारतीय टीम लगभग 400 के करीब पहुंचने में सफल रही। 374 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत तो खराब रही लेकिन हैरी ब्रूक और जो रूट के शतकीय परियों ने भारतीय टीम से लगभग मैच छीन लिया था।
आकाशदीप ने साझेदारी तोड़ी और फिर मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्ण ने कहर बरपा दिया। दोनों गेंदबाजों ने मिलकर 367 रनों पर इंग्लैंड को समेट दिया। इंग्लैंड ने इस मैच को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा दी और टूटे हुए कंधे के साथ क्रिस वोक्स को भी बल्लेबाजी के लिए भेज दिया। लेकिन उन्होंने एक गेंद का भी सामना नहीं किया और मोहम्मद सिराज ने एटकिंसन को बोल्ड कर भारत को जीत दिला दी।
2 प्लेयर बने प्लेयर ऑफ द मैच
इस मुकाबले में 9 विकेट लेने वाले मोहम्मद सिराज को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया जबकि प्लेयर ऑफ द सीरीज के दो बड़े दावेदार निकलकर सामने आए। टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने पांच मैचों की 10 पारियों में 754 रन बनाए, जिसकी वजह से उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया हालांकि सीरीज बराबर रही इसलिए इंग्लैंड के हैरी ब्रूक को भी प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जिन्होंने पांच माचो में 481 रन बनाएं।
क्यों बने 2 खिलाड़ी प्लेयर ऑफ द सीरीज
शुभमन गिल से 273 रन कम बनाने वाले हैरी ब्रूक को भी प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। जिसके बाद फैंस के मन में ये सवाल उठने लगा कि आखिर ब्रूक प्लेयर ऑफ द सीरीज के लिए क्यों चुने गए। दरअसल इंग्लैंड में पिछले कुछ सालों से यह नियम है कि टेस्ट सीरीज कोई भी जीते या ड्रॉ हो, प्लेयर ऑफ द सीरीज दोनों टीमों के एक एक खिलाड़ियों को मिलेगा। इसी नियम के तहत गिल से 273 रन कम बनाने के बावजूद ब्रूक को ये अवॉर्ड मिला।