एक रिपोर्ट के मुताबिक, जितेश की आरसीबी टीम के अपने साथी क्रुणाल पांड्या के साथ गहरी दोस्ती है। क्रुणाल पांड्या जून में टीम की पहली आईपीएल जीत के दौरान टीम के साथी थे। पिछले सीजन दोनों ने रणजी ट्रॉफी नहीं खेली थी और पांड्या का लक्ष्य बड़ौदा की ऐसी टीम बनाना है, जो आगामी सीजन में घरेलू खिताब जीत सके। यही सब बातें जितेश को विदर्भ छोड़ने पर मजबूर कर रही हैं।
घरेलू सत्र से पहले जितेश के विदर्भ छोड़ने की पहली चर्चा तब सामने आई जब उन्होंने वीसीए स्टेडियम नागपुर में पिच को छुआ और अपने हाथों से ‘यह खत्म हो गया’ का संकेत दिया। यह मैच के बाद का इशारा था, जिसे प्रसारणकर्ता डीडी स्पोर्ट्स ने रिकॉर्ड कर लिया। उन्होंने अपनी टीम नेको मास्टर ब्लास्टर को पगारिया स्ट्राइकर्स पर सात विकेट से जीत के साथ विदर्भ प्रो टी20 लीग फाइनल में जीत दिलाई थी।
खेल चुके हैं 18 प्रथम श्रेणी मैच
जितेश शर्मा ने पिछले घरेलू सीजन में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) में विदर्भ की तरफ से कप्तानी की, साथ ही विजय हजारे ट्रॉफी (VHT) में करुण नायर के नेतृत्व में खेला। बड़ौदा की ओर से खेलने का अर्थ है कि जितेश शर्मा व्हाइट बॉल और रेड बॉल दोनों प्रारूपों में खेल सकेंगे। जितेश 2015-16 में लंबे प्रारूप में डेब्यू के बाद से केवल 18 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं।