वेस्टइंडीज की उम्मीदों पर संकट
ब्रिटिश अखबार द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए निर्धारित क्षेत्रीय योग्यता प्रणाली के तहत एशिया, ओशिनिया, यूरोप, और अफ्रीका की टॉप रैंक वाली टीमें स्वतः क्वालिफाई करेंगी। मेजबान देश होने के नाते अमेरिका को भी सीधा प्रवेश मिलेगा, जिससे वेस्टइंडीज की उम्मीदों को भी झटका लग सकता है।
ते टीमें करेंगी सीधे करेंगी क्वालिफाई
हालांकि, आईसीसी ने अमेरिका क्रिकेट बोर्ड से शासन संबंधी मुद्दों को लेकर इस्तीफे की मांग की है और समय पर कार्रवाई न होने पर यह स्थान कैरेबियाई टीम को मिल सकता है। छठी टीम के चयन की प्रक्रिया अभी साफ नहीं है। वर्तमान टी-20 रैंकिंग के आधार पर, भारत (एशिया), ऑस्ट्रेलिया (ओशिनिया), ग्रेट ब्रिटेन (यूरोप), और दक्षिण अफ्रीका (अफ्रीका) क्वालिफाई करेंगे। अमेरिका मेजबान के रूप में हिस्सा लेगा।
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की राह मुश्किल
हालांकि, न्यूजीलैंड (वर्तमान में टी-20 रैंकिंग में चौथे स्थान पर) को ओशिनिया क्षेत्र से ऑस्ट्रेलिया (दूसरे स्थान पर) के सामने क्वालिफाई करने का मौका नहीं मिलेगा। इसी तरह, पाकिस्तान (आठवें स्थान पर) और श्रीलंका (सातवें स्थान पर) को एशिया क्षेत्र से भारत के सामने जगह नहीं मिलेगी। वहीं महिला टीमों की क्वालिफिकेशन 2026 टी-20 विश्व कप रैंकिंग से तय होगी। लॉस एंजिल्स 2028 में क्रिकेट की सफलता ICC के लिए एक बड़ा अवसर होगी। अगर यह आयोजन हिट रहा, तो ICC 2032 ब्रिस्बेन ओलंपिक में क्रिकेट को और बड़े पैमाने पर शामिल करने की कोशिश करेगा। इसके अलावा, अगर भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी हासिल करता है, तो क्रिकेट को वैश्विक मंच पर और अधिक बढ़ावा मिलेगा, खासकर भारतीय दर्शकों के बीच।
क्रिकेट का ओलंपिक इतिहास
ओलिंपिक में क्रिकेट केवल एक बार शामिल हुआ था। ओलिंपिक में 128 साल बाद क्रिकेट की वापसी होगी। इससे पहले क्रिकेट 1900 के पेरिस ओलिंपिक में शामिल हुआ था। तब ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस की टीमों ने इसमें हिस्सा लिया था। ग्रेट ब्रिटेन ने गोल्ड और फ्रांस ने सिल्वर मेडल जीता था। दोनों टीमों के बीच केवल एक ही मैच खेला गया था और इसी मैच को फाइनल घोषित कर दिया गया था।