रहाणे और पुजारा का भविष्य अधर में
अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा भारतीय टेस्ट क्रिकेट के दो ऐसे नाम रहे हैं, जिन्होंने विदेशी सरजमीं पर अपनी बल्लेबाजी से भारत को कई यादगार जीत दिलाई हैं। रहाणे की तकनीक और पुजारा की धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी ने लंबे समय तक भारतीय मध्यक्रम को मजबूती प्रदान की। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में दोनों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा, जिसके चलते वे राष्ट्रीय टीम से बाहर हो गए। दलीप ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट उनके लिए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने का एक बड़ा मंच हो सकता था, लेकिन वेस्ट जोन की 15 सदस्यीय टीम में उनकी अनदेखी ने उनके करियर पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। रहाणे, जो हाल के रणजी सीजन में मुंबई के लिए शानदार फॉर्म में थे, और पुजारा, जिन्होंने सौराष्ट्र के लिए लगातार रन बनाए, को बाहर रखने का फैसला यह दर्शाता है कि चयनकर्ता अब भविष्य की ओर देख रहे हैं। रहाणे ने 85 टेस्ट खेले हैं और अंतिम टेस्ट मैच उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ जून 2023 में खेला था। जबकि पुजारा ने 103 टेस्ट मैच खेले हैं और अंतिम मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 में खेला था।
शार्दुल ठाकुर को कमान, सरफराज और श्रेयस पर नजर
वेस्ट जोन की कप्तानी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को सौंपी गई है, जो भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा रह चुके हैं। शार्दुल की कप्तानी और उनके हरफनमौला प्रदर्शन पर सभी की नजरें होंगी। उनकी अगुवाई में वेस्ट जोन की टीम में सरफराज खान और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जो भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की करने की कोशिश में हैं। सरफराज खान ने हाल के वर्षों में घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाया है। उनकी आक्रामक और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजी ने उन्हें चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है। दूसरी ओर, श्रेयस अय्यर, जो पहले ही भारतीय टीम के लिए टेस्ट खेल चुके हैं, दलीप ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन से मध्यक्रम में अपनी दावेदारी को और मजबूत करना चाहेंगे। इन दोनों खिलाड़ियों का चयन इस बात का प्रतीक है कि चयनकर्ता युवा और आक्रामक बल्लेबाजों पर भरोसा जता रहे हैं।
वेस्ट जोन की टीम: शार्दुल ठाकुर (कप्तान, मुंबई), यशस्वी जायसवाल (मुंबई), आर्या देसाई (गुजरात), हार्विक देसाई (विकेटकीपर, सौराष्ट्र), श्रेयस अय्यर (मुंबई), सरफराज खान (मुंबई), रुतुराज गायकवाड़ (महाराष्ट्र), जयमीत पटेल (गुजरात), मनन हिंगराजिया (गुजरात), सौरभ नवाले (विकेटकीपर, गुजरात), शम्स मुलानी (मुंबई), तनुश कोटियान (मुंबई), धर्मेंद्रसिंह जडेजा (सौराष्ट्र), तुषार देशपांडे (मुंबई), अर्जन नगवासवाला (गुजरात)।