मैथ्यू हेडन के इस बयान के सामने आने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने ‘द ओवल’ के पिच क्यूरेट ली फोर्टिस से बहस के लिए गौतम गंभीर का समर्थन किया। उन्होंने कहा, भारतीय टीम का मुख्य कोच होने की वजह से गौतम गंभीर को करीब से पिच देखने का पूरा अधिकार था। भारत दौरे पर जब टीमें आती हैं तो कप्तान और कोच ही नहीं बल्कि पूरी टीम पिच का बारीकी से मुआयना करती है। ..जब हम इंग्लैंड में खेल रहे होते हैं तो नियम कैसे अलग हो सकते हैं।
इस दौरान वेंगसरकर ने पूर्व ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर मैथ्यू हेडन को खरी-खरी सुनाई और कहा, क्या हेडन या कोई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इसे अच्छी तरह से लेते यदि किसी क्यूरेटर ने उन्हें किसी महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले मैदान से दूर रहने के लिए कहा होता। अगर ऐसा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ होता तो क्यूरेटर को उसकी जगह दिखाने के लिए सबसे चुनिंदा शब्दों का इस्तेमाल करते।
मैथ्यू हेडन ने क्या कहा था?
मैथ्यू हेडन ने ‘द ओवल’ के पिच क्यूरेटर से बहस के लिए गौतम गंभीर को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि क्यूरेटर पिचों को लेकर बचाव की मुद्रा में हो सकते हैं। इंग्लैंड में यह आम बात है क्योंकि यह उनका अपना मैदान है.. ऐसे में वे गौतम गंभीर के सामने मुश्किलें खड़ी करेंगे। फिलहाल मुझे लगता है कि उन्हें भाषा में नरमी बरतनी चाहिए थी। वास्तविकता यह है कि उनकी टीम महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले अभ्यास करना चाहती थी।