आईसीवाईएमआई की रिपोर्ट में और भी ऐसे खुलासे हुए हैं, जिसे जानकर किसी के भी होश उड़ जाएंगे। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बोर्ड ने पिछले फाइनेंसियल ईयर में सिर्फ ब्याज से 987 करोड़ रुपए कमा लिए। इस दौरान आईसीसी डिस्ट्रीब्यूशन से उसे 1,042 करोड़ रुपए मिले हैं। मतलब फाइनेंसियल ईयर में आईसीसी की कमाई होती है, उसमें से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को 1,042 करोड़ रुपए दिए गए हैं। आईसीसी की कमाई में सबसे ज्यादा हिस्सा भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को मिलता है।
WPL से BCCI ने कमाए 378 करोड़
टीम इंडिया के मुकाबलों के मीडिया राइट्स को बेचकर बोर्ड ने 361 करोड़ रुपए की कमाई की है, जिसमें आईपीएल शामिल नहीं है। आईपीएल के तर्ज पर वूमेंस प्रीमियर लीग की शुरुआत भी हुई है, जो बोर्ड के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है। वूमेंस प्रीमियर लीग से बोर्ड ने पिछले फाइनेंसियल ईयर में 378 करोड़ रुपए की कमाई की। इसके अलावा भारतीय टीम जब दूसरे देशों में क्रिकेट खेलने जाती है, तो भी उनकी कमाई होती है। मेंस क्रिकेट टीम के दौरों से बीसीसीआई ने 361 करोड़ रुपए की कमाई की है। अन्य माध्यमों से बोर्ड की पिछले फाइनेंसियल ईयर की कमाई 400 करोड़ रुपए रही।