आरसीबी के खिलाफ था करो या मरो का मैच
केकेआर के लिए आरसीबी के खिलाफ शनिवार का मैच करो या मरो वाला था। अगर वे अपने दोनों बचे हुए मैच जीतते, तो उनके 15 अंक हो सकते थे। साथ ही उन्हें बाकी मैचों के नतीजों में भी मदद की जरूरत थी और नेट रन रेट भी बेहतर करना था। लेकिन बारिश की वजह से मैच रद्द होने पर उन्हें सिर्फ 1 अंक मिला। अब उनके 13 मैचों में कुल 12 अंक ही हैं।
‘रसेल जैसे मैच विनर नीचे उतारना गलत’
फिंच ने जियोहॉटस्टार पर कहा कि केकेआर की शुरुआत ही अच्छी नहीं हुई। आंद्रे रसेल जैसे मैच विनर खिलाड़ी को ज्यादातर मैचों में नीचे के क्रम में भेजा गया, जिससे उन्हें मैच पर प्रभाव डालने का पूरा मौका नहीं मिला। टीम की हार के लिए केकेआर खुद ही जिम्मेदार हैं। फिंच ने 7 मई को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हार को अहम बताया। उस मैच में केकेआर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 179 रन बनाए थे। वह स्कोर उस पिच पर अच्छा माना जा रहा था। लेकिन चेन्नई ने जोर लगाकर वह मैच जीत लिया और केकेआर की प्लेऑफ की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा।
‘वह मैच तो हाथ में था, फिर भी…’
फिंच बोले कि वह मैच तो केकेआर के हाथ में था, फिर भी वे नहीं जीत पाए। इस तरह के कई मौके पूरे टूर्नामेंट में आए, जहां केकेआर की टीम एकजुट होकर नहीं खेल सकी। जहां केकेआर प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई, वहीं आरसीबी को 1 अंक मिलने से अब वह 12 मैचों में 17 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में टॉप है।