बेटियां रहीं आगे, बेटे भी कम नहीं चूरू जिले का राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 10वीं का कुल परीक्षा परिणाम 93.38 प्रतिशत रहा। जिसमें बालिकाएं आगे रही लेकिन बालक भी कम नहीं रहे। बालिकाओं का परीक्षा परिणाम 94 प्रतिशत के करीब रहा तो बालकों का परीक्षा परिणाम 92 प्रतिशत के करीब रहा। जिले में अपेक्षित सुधार के कारण राजस्थान में चूरू जिले ने 22वां स्थान प्राप्त किया। जबकि पिछली बार 32 वें स्थान पर रहे चूरू जिला इस बार छलांग लगाते हुए 22वें स्थान पर जगह बनाने में कामयाब रहा।
38 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने दी परीक्षा माध्यमिक शिक्षा विभाग के अनुसार शैक्षिक सत्र वर्ष 2024-25 की 10वीं बोर्ड परीक्षा में चूरू जिले में कुल 38 हजार 98 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा में 19 हजार 980 बालक और 18 हजार 118 बालिकाएं बैठी। जिनमें 18 हजार 507 बालक और 17 हजार 68 बालिकाएं उत्तीर्ण हुई।
तृतीय का दायरा घटा 10वीं बोर्ड परीक्षा में अब तृतीय श्रेणी तो सिमट कर रह गई है और इस प्रतिस्पर्द्धा के दौर में प्रथम श्रेणी के लिए बच्चों के बीच कड़ी स्पर्द्धा साफ दिखाई दे रही है। इस परीक्षा परिणाम में 20 हजार 227 बालक और बालिकाएं प्रथम स्थान पर रही। जबकि 12 हजार 657 छात्र और छात्राएं द्वितीय स्थान पर रही। केवल 2640 छात्र व छात्राएं तृतीय स्थान पर रही।
छात्राओं का परीक्षा परिणाम रहा 94.20 छात्राओं का परीक्षा परिणाम 94.20 प्रतिशत रहा। जिसमें प्रथम श्रेणी से 10587, द्वितीय 5497 तथा 934 छात्राओं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 92.63 रहा छात्रों का परीक्षा परिणाम
10वीं बोर्ड परीक्षा में चूरू जिले में 9690 छात्र प्रथम रहे। 7110 दूसरे स्थान पर, 1706 तृतीय स्थान पर और एक छात्र पास हुआ। इस बार छात्रों का परीक्षा परिणाम 92.63 प्रतिशत रहा। 32 से 22वें स्थान पर आया चूरू
10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन में आने के लिए जिले को अब भी इंतजार करना पड़ा रहा है। वर्ष 2020 में चूरू दसवें स्थान पर रहा। हालांकि इससे पहले 2015 से 2019 तक पांच शैक्षिक सत्र में चूरू जिला क्रमश: 7वें, छठें, और फिर लगातार सातवें स्थान पर रहा। इस दौरान परीक्षा परिणाम 79 से 82 प्रतिशत तक रहा। इसके बाद 2020 में दसवें स्थान पर रहा जिला 2022 में 12वें स्थान पर रहा। 2023 में 15वें और 2024 में चूरू जिला 50 जिलों में 32वें स्थान पर रहा। इस साल परीक्षा परिणाम 92.17 प्रतिशत रहा। इस बार 25 में जहां परीक्षा परिणाम मेें सुधार हुआ वहीं जिला वापस जिले प्रदेश में 22 वें स्थान पर रहा।
वैशाली बनेगी इंजीनियर 10वीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में टॉपर रही चूरू की गीतांजली पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल की वैशाली पंसारी ने कहा कि नियमित अध्ययन और प्रतिदिन कक्षा लेने से उन्हें बड़ा लाभ मिला। स्कूल में पढ़ाई और घर पर स्कूल कार्य के साथ अध्ययन के कारण उसके सभी पेपर अच्छे हुए। एकांउट्स का कार्य करने वाले पिता रामनरेश पंसारी और गृहणी कविता पंसारी की बिटिया वैशाली कहती है कि वे आगे विज्ञान संकाय में अध्ययन कर इंजीनियर बनने की तैयारी करेंगी। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता सहित गुरुजनों को दिया।
हेमन्त का लक्ष्य अभी केवल पढ़ना पुलिस सेवा में कार्यरत दिनेश सेवलियां और गृहणी रिंकूदेवी के पुत्र हेमन्त सेवलिया कहते हैं, अभी उनका लक्ष्य केवल पढ़ना है। गीतांजली पब्लिक सीनियर सैंकण्डरी स्कूल के 10वीं बोर्ड में प्रदेश में टॉपर रहे छात्र हेमन्त कहते हैँ 10वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी उन्होंने नियमित की। पेपर अच्छे हुए थे सो उन्हें अच्छे अंकों की उमीद थी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और गुरुजनों को दिया।