अब तक 80.60 फीसदी हुई बारिश
जिले में प्री-मानसून बारिश के बाद मानसून की शुरुआत में अच्छी बारिश हुई थी, लेकिन इसके बाद नियमित अंतराल में बारिश नहीं होने के कारण स्थिति विकट होती जा रही है। जिले में औसत 750 एमएम बारिश के मुकाबले 604.50 एमएम बारिश अब तक हुई है, जो की 80.60 फीसदी है। लेकिन कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं होने के कारण बांधों एवं तालाबों में पानी की आवक नहीं हो पाई है। घोसुंडा बांध फैक्ट फाइल
- 1123 एमसीएफटी बांध की भराव क्षमता
- 292 एमसीएफटी वर्तमान में पानी उपलब्ध
- 200 एमसीएफटी पूरे साल में होती सप्लाई
- 800 एमसीएफटी औद्योगिक इकाई में सप्लाई
- 0.5 एमसीएफटी शहर में प्रतिदिन होती सप्लाई
125 में से 49 ओवरफ्लो, 48 पूरी तरह खाली
जिले में सिंचाई विभाग के अन्तर्गत 125 छोटे-बड़े बांध आते हैं। वर्तमान में 49 बांध ही ओवरफ्लो हुए है, जबकि 48 बांध पूरी तरह से खाली है। बड़े बांधों में भराव क्षमता के अनुसार मात्र 53 प्रतिशत पानी आया है। ऐसे में अच्छी बारिश नहीं होने पर स्थिति विकट हो सकती है।
अब तक यह हुई बारिश
जिले में एक जून से अब तक जल संसाधन विभाग के अनुसार चित्तौडगढ़़ में 647 मिमी, गंगरार में 780 मिमी, राशमी में 442 मिमी, कपासन में 372 मिमी, बेगूं में 690 मिमी, निंबाहेड़ा में 826 मिमी, भदेसर में 518 मिमी, डूंगला में 361 मिमी, बड़ीसादड़ी में 401 मिमी, भैंसरोडगढ़़ में 921 मिमी, बस्सी में 879 मिमी एवं भूपालसागर में 417 मिमी दर्ज की गई।
बांधों में अब तक हुई बारिश
जिले में एक जून से अब तक गंभीरी बांध पर 700 मिमी, वागन बांध पर 317 मिमी, बस्सी बांध पर 909 मिमी, ओराई बांध पर 938 मिमी, बडग़ांव बांध पर 492 मिमी, भूपालसागर बांध पर 366 मिमी, कपासन बांध पर 511 मिमी, संदेसर बांध पर 469 मिमी एवं मातृकुंडिया बांध पर 320 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
घोसुंडा में 25 फीसदी पानी की आवक
घोसुंडा बांध में अब तक 292 एमसीएफटी पानी आया है। यह करीब 4 मीटर खाली है। पूरे साल में पेयजल सप्लाई के लिए 200 एमसीएफटी और औद्योगिक इकाई के लिए 800 एमसीएफटी पानी उपलब्ध कराया जाता है। - सत्यनारायण जीनगर, सहायक अभियंता और बाढ़ नियंत्रण सेल प्रभारी सिंचाई विभाग चित्तौडगढ़़