महिलाओं को सशक्त करने शासन देता है बजट
कई गांवों की महिलाओं को जोडकऱ एक स्वसहायता समूह बनाया जाता है जिसे शासन आजीविका मिशन के तहत मध्यान भोजन बनाने, बच्चों की ड्रेस बनाने, व्यवसाय के लिए अवसर देने जिससे वह सक्षम हो सके तथा कम ब्याज में लोन उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता है। इन कार्यों व अन्य योजनाओं के तहत स्वसहायता समूह की महिलाओं को शासन मानदेय व सहायत राशि उनके खातों में पहुंचाता है। साल भर कई बार समूह के खाते में पैसा आता था इस बार 10 हजार रुपए का मानदेय आया था जो राशि ब्लाक प्रबंधक रिश्वत के रूप में मांग रहा था।