सान्वी गर्ग छतरपुर के प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वे गिरजाशंकर अग्रवाल की नातिन, पैथालॉजी संचालक भुवन शान्तनु अग्रवाल की भांजी तथा जिला चिकित्सालय छतरपुर की वरिष्ठ पैथालॉजिस्ट डॉ. श्वेता गर्ग की बेटी हैं। छोटी सी उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर सान्वी ने यह सिद्ध कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।
हाल ही में जिले की एक और बेटी घुवारा की क्रांति गौड़ ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम में जगह बनाकर छतरपुर का नाम रोशन किया था। अब सान्वी गर्ग ने रायफल शूटिंग में स्वर्ण पदक जीतकर इस सिलसिले को आगे बढ़ाया है। सान्वी की इस कामयाबी से जिले में खेलों के प्रति उत्साह और बढ़ा है, विशेषकर बेटियों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
सान्वी की उपलब्धियां यहीं नहीं थमी हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में विजेता बनने के बाद अब सान्वी का चयन मलेशिया में होने वाली अंतरराष्ट्रीय रायफल शूटिंग प्रतियोगिता के लिए हो गया है। जैसे ही प्रतियोगिता की तिथियां घोषित होंगी, सान्वी अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश और जिले का प्रतिनिधित्व करने रवाना होंगी।
परिवार और जिलेभर में खुशी की लहर दौड़ गई है। परिजनों ने बताया कि सान्वी बचपन से ही अनुशासित, मेहनती और लक्ष्य केंद्रित रही हैं। उनकी इस उपलब्धि पर न केवल परिवार, बल्कि पूरा छतरपुर गर्व महसूस कर रहा है।
खेल विकास की दिशा में बढ़ता छतरपुरछतरपुर जैसे अपेक्षाकृत छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रीय और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच रही बेटियां यह दिखा रही हैं कि प्रतिभा को पहचान और प्रोत्साहन मिले तो वो दुनिया के किसी भी मंच पर चमक सकती है। सान्वी गर्ग की सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गई है।