Pandit Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। उन्होंने बुरहानपुर में हिंदू बेटी की नृशंस हत्या के बाद एक बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने पूरे हिंदू समाज की बहन-बेटियों से भावुक अपील की है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि तू लक्ष्मी बन, तू काली बन पर कभी बुर्के वाली मत बन। देश में बहुत जिहाद चल रहे हैं। लव जिहाद, लैंड जिहाद, थूक जिहाद। पहले यह लोभ लालच देकर, प्रेम दिखाकर, झांसा दिखा के हिंदू हिंदुओं की बहन बेटियों को अपने झांसे में लेते हैं। इनका मंसूबा इनका उद्देश्य ही है सर तन से जुदा करना। हमारी यही चिंता है कि आने वाले हिंदुओं की बेटियों का क्या होगा?आने वाले बच्चों का क्या होगा? ना बच्चे सुरक्षित हैं, ना संस्कृति सुरक्षित है, ना सनातन सुरक्षित है।
अभी नहीं जागे तो कभी नहीं जाग पाओगे- बागेश्वर बाबा
आगे बागेश्वर बाबा ने कहा कि इसी चिंता में हम दिन ना रात अनवरत हिंदुओं को जागने की अपील कर रहे हैं। उनको प्रार्थना कर रहे हैं। गांव-गांव जाकर के उनको जगाने के लिए पद यात्रा कर रहे हैं। और यह क्रांति जब तक हमारे तन में प्राण है तब तक तो हम प्रयत्न है हमारा कि यह क्रांति अनवरत जारी रहे। यही हमारी प्रार्थना है। अभी नहीं जागे तो कभी नहीं जाग पाओगे। इसलिए हम सबको अब जाग करके हमारे एक किसी गायक ने कहा था तू लक्ष्मी बन तू काली बन कभी ना बुर्के वाली बन।
देश के दिल में ऐसी घटना होना हिंदूओं के लिए दाग
बुरहानपुर में बीते दिनों हुई घटना को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह किस तरीके से सोची समझी साजिश है प्रायोजित है उनको इस प्रकार की समझाइश दी जाती है। उन लोगों की ऐसी मानसिकता ही है, कुंठित मानसिकता ही है और वो इस प्रकार से हिंदू बहन बेटियों को टारगेट करते रहते हैं। अनवरत हर जगह देश के कई कोनों में यह खबरें मिल रही हैं और मध्य प्रदेश भारत का हृदय कहा जाता है और भारत के हृदय में अब यह घटना होना निश्चित रूप से हिंदुओं के लिए यह दाग है और हिंदुओं को विचार करना चाहिए और अब नहीं विचार कर पाए तो कभी नहीं कर पाएंगे।
फांसी के सवाल क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने फांसी के सवाल पर कहा कि बेझिझक ऐसे लोगों को यदि फांसी दी जाएगी तो आने वाले कालांतर में ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगा वो कोई भी हो हम यह कहना चाह कोई भी हो क्योंकि एक बेटी का जब घर उजड़ता है तो उसका का पूरा परिवार बिखर जाता है। क्या बीत रही होगी उनके पिता पर? क्या बीत रही होगी उनके भाई पर? क्या बीत रही होगी उसकी बहन पर? क्या बीत रही होगी उसकी आत्मा पर? तो हमें लगता है कि यदि फांसी का प्रावधान होगा तो आने वाले समय में जल्दी से ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगा।
Hindi News / Chhatarpur / ‘तू लक्ष्मी बन, तू काली बन…पर कभी न बुर्के वाली बन’…बुरहानपुर घटना पर भावुक हुए धीरेंद्र शास्त्री