क्या है जीडीपी ग्रोथ अनुमान?
संजय मलहोत्रा ने बताया कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.5 फीसदी है। इसी तरह दूसरी तिमाही के लिए यह 6.7 फीसदी, तीसरी तिमाही के लिए 6.6 फीसदी, चौथी तिमाही के लिए 6.3 फीसदी है। वहीं, आरबीआई ने वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी का अनुमान 6.6 फीसदी बताया है।
घटाया महंगाई का अनुमान
आरबीआई ने मौद्रिक नीति में वित्त वर्ष 2026 के लिए खुदरा महंगाई का अनुमान घटाकर 3.1 फीसदी कर दिया है। यह अनुमान पहले 3.7 फीसदी था। महंगाई पर आरबीआई के तिमाही अनुमानों की बात करें, तो यह वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के लिए 2.1 फीसदी से 3.4 फीसदी, तीसरी तिमाही के लिए 3.1 फीसदी से 3.9 फीसदी, चौथी तिमाही के लिए 4.4 फीसदी और वित्त वर्ष 2027 की पहली तिमाही के लिए 4.9 फीसदी है।
इससे पहले 1% घट चुकी है रेपो रेट
भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी 2025 में करीब 5 साल के बाद रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी। इससे रेपो रेट घटकर 6.25 फीसदी पर आ गई थी। फिर अप्रैल में आरबीआई ने दोबारा 0.25 फीसदी का रेट कट किया। इसके बाद जून 2025 में आरबीआई ने प्रमुख ब्याज दर में और बड़ी कटौती की। केंद्रीय बैंक ने उस समय ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती कर सबको चौंका दिया था। इससे रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी पर आ गई। इस तरह साल 2025 में आरबीआई 100 आधार अंक यानी 1 फीसदी की कटौती कर चुका है।
गिर गया बाजार
मौद्रिक नीति में रेपो रेट घटाने का फैसला नहीं होने से शेयर बाजार में बिकवाली शुरु हो गई। मौद्रिक नीति की घोषणा से पहले बाजार हरे निशान पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, फैसला आने के बाद बाजार गिर गया। सेंसेक्स 211 अंक की गिरावट के साथ 80,501 पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, निफ्टी 80 अंक गिरकर 24,568 पर ट्रेड करता दिखा।