पर्सनल लोन एग्रीमेंट में क्या-क्या होता है?
पर्सनल लोन एग्रीमेंट एक लीगल डॉक्यूमेंट होता है। इस पर उधारकर्ता और बैंक के साइन होते हैं। इसमें उन नियमों और शर्तों के बारे में बताया जाता है, जिनके तहत लोन दिया जा रहा है। इस एग्रीमेंट में लोन राशि, ब्याज दर, अवधि, ईएमआई और विभिन्न चार्जेज के बारे में बताया जाता है। इस एग्रीमेंट में उधारकर्ता और बैंक के अधिकार व जिम्मेदारियों का भी उल्लेख होता है।
एग्रीमेंट में देखें ये चीजें
लोन राशि, ब्याज और अवधि: लोन एग्रीमेंट में पर्सनल लोन की राशि, बैंक द्वारा ली जाने वाली ब्याज दर और लोन की अवधि का उल्लेख होता है। राशि, ब्याज दर और अवधि के आधार पर ईएमआई की गणना की जाती है। लोन एग्रीमेंट में ईएमआई शेड्यूल का उल्लेख होता है। लोन एग्रीमेंट में ईएमआई की तारीख का उल्लेख होता है। यानी वह तारीख जिस पर हर महीने उधारकर्ता के बैंक खाते से ईएमआई की राशि डेबिट की जाएगी। साथ ही इसमें वह तारीख भी होती है, जिस पर लोन समाप्त हो जाएगा। प्रोसेसिंग फीस: बैंक और एनबीएफसी पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग से संबंधित प्रशासनिक खर्चों को कवर करने के लिए प्रोसेसिंग फीस लेते हैं। प्रोसेसिंग फीस को लोन की राशि से काटा जा सकता है। ऐसे मामले में, उधारकर्ता को स्वीकृत राशि में से प्रोसेसिंग फीस घटाकर शुद्ध राशि मिलेगी। प्रोसेसिंग फीस आमतौर पर पर्सनल लोन की राशि का एक निश्चित प्रतिशत या एक निश्चित राशि होती है। प्रोसेसिंग फीस आमतौर पर नॉन-रिफंडेबल होती है। इसका मतलब है कि अगर पर्सनल लोन आवेदन स्वीकृत नहीं होता है तो भी प्रोसेसिंग फीस ली जाएगी। पर्सनल लोन एग्रीमेंट में लोन के लिए लगने वाली प्रोसेसिंग फीस का उल्लेख होता है।
आंशिक प्री-पेमेंट और फोरक्लोजर चार्जेज: जब भी उधारकर्ता के पास अतिरिक्त राशि होती है, तो वे इसका उपयोग आंशिक पूर्वभुगतान करने के लिए कर सकते हैं। इसी तरह, यदि उधारकर्ता के पास पूरी बकाया राशि चुकाने के लिए पर्याप्त अतिरिक्त राशि है, तो वे इसका उपयोग लोन को फोरक्लोज कराने के लिए कर सकते हैं। बैंक आमतौर पर पर्सनल लोन के आंशिक पूर्वभुगतान और फोरक्लोजर के लिए चार्जेज लेते हैं। इन शुल्कों और इनसे संबंधित शर्तों का उल्लेख पर्सनल लोन एग्रीमेंट में होता है। आंशिक पूर्वभुगतान शुल्क आमतौर पर चुकाई गई राशि का एक प्रतिशत या एक निश्चित राशि होती है। उधारकर्ता को आंशिक पूर्वभुगतान के विवरण के लिए पर्सनल लोन एग्रीमेंट की जांच करनी चाहिए।