शावक को क्लोजर में छोड़े जाने के दौरान कॉलर आईडी भी पहनाई गई थी, लेकिन क्लोजर में शिकार व मांस खा कर तंदुरस्त हुए शावक के गत दिनों कॉलर आईडी फंसने
लगी थी। ऐसे में ट्रंकुलाइज कर वापस से कॉलर आईडी को ढीला किया गया।
चन्द्रकांत ने बताया कि बाघों में अभी जंगल में एक मात्र आरवीटी 01 खुले रूप से जंगल में विचरण कर रहा है। पिछले छह माह में तीन बार ऐसा हो चुका है कि क्लोजर में आरवीटी
07 व क्लोजर के बाहर आरवीटी 01 सामने हो चुके है तथा एक दूसरे पर दहाड़ भी चुके है। भविष्य में दोनों में टेरीटरी के लिए दोनों में संघर्ष होने का अंदेशा बना रहेगा।