ग्रामीण शंकर मीणा, देव प्रकाश मीणा, महावीर मीणा, कालूलाल मीणा, बलदाव राव, देवराज मीणा व भंवरलाल मीणा ने बताया कि पंचायत मुख्यालय से मात्र एक किलोमीटर दूरी पर बसे नंदजी का खेड़ा गांव की आबादी लगभग 100 लोगों की है, लेकिन सड़क जैसी कोई सुविधा यहां आज तक नहीं मिली है।
बरसात के दिनों में कच्चा रास्ता जगह-जगह से कट जाता है और गंदगी कीचड़ से भर जाता है, जिससे ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को होती है, जिन्हें रोजाना कीचड़ में फिसलते हुए स्कूल जाना पड़ता है।
ग्रामीणों के अनुसार, बरसात के दौरान दुपहिया वाहन तक गांव में नहीं पहुंच पाते और उन्हें लालपुरा गांव में खड़ा करना पड़ता है। हाल ही में गांव के रामकुमार मीणा का पैर फिसलने से फ्रैक्चर हो गया, जिन्हें खटिया पर बिठाकर कीचड़ भरे रास्ते से ले जाकर पंचायत मुयालय तक पहुंचाना पड़ा।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार पंचायत समिति, पंचायत प्रशासन और जिला प्रशासन को स्थिति से अवगत कराया, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। वर्षों से इस रास्ते की हालत ऐसी ही बनी हुई है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं।