scriptप्रदेश में पांच हजार का लक्ष्य, बूंदी में 122 गांव गरीबी मुक्त होंगे | Patrika News
बूंदी

प्रदेश में पांच हजार का लक्ष्य, बूंदी में 122 गांव गरीबी मुक्त होंगे

गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल परिवारों के लिए अच्छी खबर है।

बूंदीJun 01, 2025 / 05:36 pm

पंकज जोशी

प्रदेश में पांच हजार का लक्ष्य, बूंदी में 122 गांव गरीबी मुक्त होंगे

जिला परिषद, बूंदी

बूंदी. गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल परिवारों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने इनके लिए प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना शुरू की है, जिसका मकसद बीपीएल परिवारों को स्वरोजगार योजना से जोड़ने के लिए और उन्हें गरीबी की रेखा से ऊपर लाना है, जिसके तहत पंचायत विभाग ने पहले चरण में 5 हजार गांवों को इस योजना में शामिल किया है।
बीपीएल जनगणना 2002 की जनगणना के अनुसार अभी भी राज्य के करीब 22 लाख परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे है। ऐसे में विकसित राजस्थान बनाने को लेकर गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे सभी परिवारों को आर्थिक एवं सामाजिक विकास करते हुए गरीबी रेखा से ऊपर लाया जाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने अपने बजट घोषणा में यह योजना शुरू की है, ताकि प्रदेश के चिन्हित गांवों के सभी बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया जा सके। योजना में निर्धारित 15 पैरामीटर पूर्ण कर गरीबी रेखा से ऊपर आने वाले पात्र परिवारों को आत्मनिर्भर परिवार कार्ड प्रदान किया जाएगा। समान के रूप में 21 हजार प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी, जिसके लिए सरकार ने 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जिसे अमलीजामा पहनाने का काम गति पकड़ चुका है। योजनांतर्गत बूंदी जिले की 5 पंचायत समितियों में 122 गांवों का योजना के तहत चयन किया है।
योजना का उद्देश्य
● बीपीएल जनगणना-2002 के अनुसार गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे परिवारों का जीवन स्तर एवं जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाकर उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर लाना।
● लक्षित समूह की आर्थिक एवं सामाजिक असमानता को कम करना।
● केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी व सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में लक्षित समूह को प्राथमिकता प्रदान करना।
● लक्षित समूह के परिवारों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगी। साथ ही स्थानीय संसाधनों पर आधारित स्वरोजगार गतिविधियों को बढ़ावा देगी।
● योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति गठित होगी। जिसके सचिव जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सदस्य विभाग के अधिकारी होंगे।
इन योजनाओं का मिलेगा फायदा
चयनित परिवारों को पीएम आवास, सामाजिक सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण, बैंकिंग, आजीविका सृजन एवं रोजगार, अटल पेंशन योजना, किसान समान निधि आदि अन्य योजनाओं का फायदा मिलेगा।

इनका कहना है
सरकार ने बीपीएल परिवारों को स्वरोजगार योजना से जोड़ने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना शुरू की है। पहले चरण में प्रदेश के पांच हजार गांव शामिल किए गए है। जिसके तहत बूंदी जिले के 122 गांवों का चयन किया है। इस योजना के तहत गांवों के लाभांवित परिवारों को आत्मनिर्भर परिवार कार्ड व प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी।
बी.आर.जाट, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, बूंदी

Hindi News / Bundi / प्रदेश में पांच हजार का लक्ष्य, बूंदी में 122 गांव गरीबी मुक्त होंगे

ट्रेंडिंग वीडियो