ग्राम पंचायत ने चरागाह भूमि की सुरक्षा के लिए चारों ओर तारबंदी (तार फेंसिंग) हेतु 1 करोड़ का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है। जानकारी के अनुसार गांव में कुल 600 बीघा से अधिक चरागाह भूमि है, जो मेज नदी के दोनों ओर फैली हुई है। प्रारंभिक चरण में गौशाला की ओर स्थित भूमि को साफ कर पौधरोपण की तैयारी की जा रही है। जेसीबी से बबूल के पेड़ों को जड़ से उखाड़कर ट्रेलरों में भरकर बाहर भेजा जा रहा है। अब तक करीब 200 बीघा भूमि से बबूल हटाया जा चुका है। नदी के एक ओर की भूमि की पूरी सफाई होने के बाद पौधरोपण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
चारागाह भूमि में पौधरोपण किया जाएगा, जिसके लिए बबूल हटाकर सफाई करवाई जा रही है। राज्य सरकार द्वारा तारबंदी के प्रस्ताव मांगे गए थे, जिसके अंतर्गत 1 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।
भवानीशंकर मीना, प्रशासक