कार्यकर्ताओं ने शंभू सागर बांध से हो रहे जल रिसाव पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके स्थायी समाधान की मांग की। वही, ऐतिहासिक जल स्त्रोत जैतसागर, बावडिय़ों और झीलों के रखरखाव को लेकर भी चर्चा की गई। उन्होंने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की सार्थकता के लिए सुझाव भी साझा किए। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रामेश्वर मीणा, शहर अध्यक्ष राजकुमार शृंगी, पूर्व जिलाध्यक्ष कुंजबिहारी बील्या, भाजपा नेता संजय लाठी, सुरेश अग्रवाल और महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष नूपुर मालव सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। मंत्री देवासी को सर्किट हाउस पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
पत्रिका से बातचीत में मंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि जल ही जीवन है, और पारंपरिक जल स्त्रोतों के संरक्षण की दिशा में राज्य सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा शुरू किया गया वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एक मील का पत्थर सिद्ध हो रहा है। इस अभियान में पोधरोपण, साफ-सफाई और श्रमदान जैसे कार्य किए जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि झीलों और तालाबों को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में आमजन की भागीदारी अत्यंत जरूरी है। जनसहभागिता
की कमी के सवाल पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि झालावाड़ और बारां में इस अभियान के तहत सात लाख रुपए की राशि आमजन से सहयोग स्वरूप प्राप्त हुई है, जिससे गड्ढे खुदवाकर जल संरक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है।