प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता दीपक कुमार द्वारा प्रक्षेत्र भ्रमण के लिए सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र, बूंदी एवं कृषि अनुसंधान केन्द्र, कोटा पर संचालित विभिन्न इकाईयेां का अवलोकन करवाया गया, जिसमें समन्वित कृषि प्रणाली फसल परियोजना डॉ. मूमल भारद्वाज (वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता) ने, ट्राइकोडरमा इकाई में डॉ. डी.एल. यादव (सहायक आचार्य पादप रोग विज्ञान), जैविक खेती परियोजना में डॉ. अंजू बिजारणिया (वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता) ने प्रायोगिक जानकारी दी।
डॉ. घनश्याम मीना, प्रशिक्षण प्रभारी ने कृषकों को प्राकृतिक खेती इकाई, वर्मीकंपोस्ट इकाई, डेयरी इकाई, अजोला इकाई, नेपियर एवं बकरी पालन प्रदर्शन इकाईयों का भ्रमण कराया। समापन समारोह पर डॉ. नाथूलाल मीणा, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, हिण्डोली ने रबी व खरीफ फसलों में लगने वाले प्रमुख कीटों के बारे में जानकारी देने के साथ ही इनके प्रबन्धन, तकनीकों के बारे में बताया तथा प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र एवं बैग वितरित
किए गए।