● भूमिगत जल स्तर को बनाए रखना: वर्षा जल संचयन से भूमिगत जल स्तर बढ़ता है, जिससे सूखा और पानी की कमी से निपटने में मदद मिलती है।
● पानी की बचत: बरसात के पानी का उपयोग करके घरेलू और कृषि कार्यों के लिए पानी की बचत की जा सकती है।
● सिंचाई के लिए पानी: वर्षा जल संचयन से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होता है, जो खेती के लिए बहुत उपयोगी है।
● पर्यावरण संरक्षण: रेन वाटर हार्वेस्टिंग से जल प्रदूषण को कम करने में मदद मिलती है।
● पानी की उपलब्धता: वर्षा जल संचयन से पानी की उपलब्धता बढ़ती है, जिससे पानी की कमी की समस्या कम होती है।
● छत पर वर्षा जल संचयन : इस प्रणाली में बारिश का पानी छत से एकत्रित किया जाता है और फिर एक टैंक, टंकी, या भूमिगत जलाशय में जमा किया जाता है।
● भूमिगत जल संचयन : इसमें बारिश के पानी को भूमि में रिसने के लिए रिसाव वाले गड्ढे या सोता पिट का निर्माण किया जाता है, जो भूमिगत जल स्तर को बढ़ाता है।
● जल संचयन टैंक : यह एक बड़ा टैंक है जो छत से एकत्रित वर्षा जल को संग्रहित करता है।
● जल एकत्रित करना: बारिश का पानी छत या अन्य सतह से एकत्रित किया जाता है.
● पानी को स्टोर करना: एकत्रित पानी को एक टैंक, टंकी या भूमिगत जलाशय में स्टोर किया जाता है.
● पानी का उपयोग करना: संग्रहित पानी को घरेलू उपयोग, सिंचाई, या अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है.
● भूमिगत जल स्तर को बढ़ाना: भूमिगत जल संचयन प्रणाली के माध्यम से पानी को जमीन में रिसने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जो भूमिगत जल स्तर को बढ़ाता है।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग का मतलब बरसात के पानी को जमा करके बाद में इस्तेमाल करना है। यह पानी के संरक्षण का एक तरीका है, जिसमें बारिश के पानी को इकट्ठा किया जाता है और भूजल स्तर को बनाए रखने, सिंचाई के लिए पानी का उपयोग करने और अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।