मांगली नदी पर बरसात की शुरुआत होते ही लालपुरा पंचायत मुख्यालय से जुड़े गांव बागदा, संगावादा, जालेडा, किशनपुरा का संपर्क कट जाता है। ऐसे में यहां के ग्रामीणों को लगभग 15 किलोमीटर का चक्कर लगाकर बूंदी होते हुए पंचायत के कार्य से पंचायत मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। साथ ही बागदा सहित अन्य गांवों के लोगों के खेत नदी के दूसरे छोर पर होने के चलते उन्हें खेती-बाड़ी के कार्य करने जाने के लिए या तो ट्यूब का सहारा लेकर नदी को पार करना पड़ता है। या फिर तैरकर कृषि कार्यों के लिए जाना पड़ता है। कई लोग नदी में बहने के बाद मौत का शिकार हो चुके हैं।ऐसे में यहां पर ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने नदी पर पुलिया को स्वीकृत कराया था, लेकिन तय समय अवधि में पुलिया का निर्माण कार्य नहीं होने से ग्रामीणों को इस वर्ष भी बरसात के मौसम में निराशा हाथ लगेगी।
शुभम जैन, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, बूंदी