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बूंदी

सात साल बाद मिला कपोनेंट सेपरेशन यूनिट का लाइसेंस

जिला अस्पताल में ब्लड बैंक के लाइसेंस के बाद कपोनेंट सेपरेशन यूनिट के लिए लाइसेंस जारी हो गया है।

बूंदीJun 13, 2025 / 06:04 pm

पंकज जोशी

सात साल बाद मिला कपोनेंट सेपरेशन यूनिट का लाइसेंस

बूंदी. जिला अस्पताल में ब्लड बैंक में रखी कपोनेंट सेपरेशन यूनिट की मशीनें।

बूंदी. जिला अस्पताल में ब्लड बैंक के लाइसेंस के बाद कपोनेंट सेपरेशन यूनिट के लिए लाइसेंस जारी हो गया है। इससे अब रक्त संबंधी विभिन्न कारणों से कोटा व अन्य स्थान पर रेफर होने वाले रोगियों का स्थानीय स्तर पर उपचार हो सकेगा।
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. रिशी कच्छावा व सहायक अधिकारी नारायण सिंह हाड़ा ने बताया कि यूनिट के लाइसेंस के लिए पिछले सात साल से प्रयास चल रहे थे। कपोनेंट यूनिट की करीब 35 लाख रुए कीमत की मशीन 2018 में आ गई थी। अब रोगियों के रक्त में प्लेटलेटस, प्लाज्मा आदि की पूर्ति यहीं हो जाएगी। ऐसे में डेंगू व थेलीसीमिया के रोगियों को कोटा व निजी ब्लड बैंक पर नहीं जाना पड़ेगा। बर्न व कुपोषित मरीजों के लिए आवश्यक माने जाने वाला प्लाज्मा यहीं पर चढ़ाया जा सकेगा।
प्रमुख चिकित्सा प्रभारी डॉ. प्रभाकर विजय ने बताया कि पिछले सात साल में ब्लड बैंक स्टॉफ सहित जिला कलक्टर ने लाइसेंस के लिए काफी प्रयास किए है। अब मशीनों द्वारा रक्त के विभिन्न कारकों को अलग-अलग किया जा सकेगा। यूनिट प्रशिक्षित स्टॉफ के लिए नर्सिंग कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। एक जुलाई से यूनिट का लाभ रोगियों को मिलने लगेेगा। हालाकि यूनिट के सुचारू रूप से संचालन के लिए एक पैथोलॉजिस्ट एवं चार लैब टेक्नीशियन की आवश्यकता है, जिसके बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है।

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