पर्दे के पिछे की असली कहानी
दरअसल, ‘शोले’ में एक सीन था जिसमें धर्मेंद्र को हेमा मालिनी को बंदूक चलाना सिखाना था। इससे पहले ही धर्मेंद्र हेमा मालिनी पर फिदा थे, इस मौके को किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहते थे। उन्होंने इस सीन को बार-बार रीटेक कराने का फैसला किया। बता दें कि धर्मेंद्र ने सेट पर मौजूद स्पॉटबॉय को हर रीटेक के लिए 20 रुपये देने की पेशकश की। उन्होंने स्पॉटबॉय को समझाया कि अगर वो अपना कान खींचेंगे, तो इसका मतलब होगा कि शॉट में कुछ गड़बड़ी करनी है। इस तरह धर्मेंद्र ने लगभग 100 रीटेक करवाए और इसके लिए स्पॉटबॉय को 2000 रुपये दिए।
हेमा मालिनी का दिल जीत लिया
दरअसल धर्मेंद्र ऐसा इसलिए कर रहे थे ताकि उन्हें हेमा मालिनी को गले लगाने का मौका मिल सके। उनकी मेहनत रंग लाई और आखिरकार उन्होंने हेमा मालिनी का दिल जीत लिया, और दोनों ने 1979 में शादी कर ली। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की प्रेम कहानी आज भी लोगों को प्रेरित करती है। ये कहानी दिखाती है कि प्यार में इंसान किसी भी हद तक जा सकता है।