कांग्रेस पार्षदों ने बताया कि निगम चुनाव के पांच महीने बीत जाने के बाद भी कांग्रेस पार्षदों और नेता प्रतिपक्ष के लिए बैठक कक्ष की व्यवस्था नहीं की गई है। धरना स्थल से नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप ने साफ कहा कि यदि निगम प्रशासन ने शीघ्र बैठक कक्ष की व्यवस्था नहीं की, तो कांग्रेस पार्षद दल विकास भवन के सामने ही जमीन पर बैठकर नगर निगम से जुड़े सभी कामकाज करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि यह राजनीतिक भेदभाव का जीता-जागता उदाहरण है।
Parshad Protest: जनता के काम में भाजपा-कांग्रेस की राजनीति न हो
नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप ने कहा कि
बिलासपुर नगर निगम को जो स्वच्छता अभियान में देश में दूसरा स्थान मिला है, वह कांग्रेस शासनकाल की देन है। महापौर ने दिल्ली जाकर जो पुरस्कार लिया, उसमें कांग्रेस पार्षदों का भी उतना ही योगदान है। शहर के विकास और स्वच्छता में भाजपा और कांग्रेस की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस काल में किसी पार्टी से भेदभाव नहीं
कांग्रेस पार्षदों ने बताया कि चार महीने पहले ही
कांग्रेस पार्षद दल ने निगम आयुक्त को पत्र सौंपकर बैठक कक्ष की मांग की थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कांग्रेस शासनकाल में जब भाजपा विपक्ष में थी, तब उन्हें भी विकास भवन में बैठक कक्ष दिया गया था।
धरने में कांग्रेस पार्षद संतोषी रामा बघेल, पुष्पेंद्र साहू, रीता शंकर कश्यप, दिलीप पाटिल, अनीता कश्यप, मनहरण कौशिक, सुनीता गोयल, मोहन श्रीवास, ओम कश्यप, अमित भारते, सुनील सोनकर, अब्दुल इब्राहिम, गायत्री साहू, शंकर कश्यप और हिमांशु कश्यप सहित बड़ी संया में कार्यकर्ता मौजूद रहे।