मीटर में लगेगा मॉडम, सर्वर से होगी मॉनिटरिंग
बिजली विभाग के अफसरों ने बताया कि प्रीपेड मीटर में छोटा मॉडम लगा रहेगा। इसे सर्वर के साथ उपभोक्ताओं के मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा। उपभोक्ताओं को हर समय जानकारी उपलब्ध रहेगी कि उनके पास कितना बैलेंस बचा है और वे कितनी यूनिट बिजली का उपयोग कर सकते हैं। रिचार्ज खत्म होने से पहले ही उपभोक्ताओं के फोन पर बैलेंस रिचार्ज का मैसेज आ जाएगा।Bilaspur High Court: दुर्घटना में मृतक के परिजन को बड़ी राहत, दोगुनी हुई मुआवजा राशि, HC ने लिया ये बड़ा फैसला
यूज एंड पे प्रणाली की अब तक नहीं हुई शुरुआत
जिले में 1 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, फिर भी उपभोक्ता पुराने ढंग से बिजली बिल चुका रहे हैं। “यूज एंड पे” प्रणाली की शुरुआत अब तक नहीं हो पाई है। इधर कई उपभोक्ताओं की समस्या है कि पुराने मीटर से अधिक बिल स्मार्ट मीटर लगने के बाद आ रही है। कई उपभोक्ताओं के यहां समय पर बिल तक नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में दो-चार माह में बिल आने पर एक्सट्रा चार्ज भी लिया जा रहा है, जिससे उपभोक्ता परेशान हैं।इस तरह काम करेगा स्मार्ट मीटर
मीटर लगाने के 2 महीने तक पोस्ट-पेड मोड पर चलेगा।प्री-पेड होने पर एक महीने का बैलेंस दिया जाएगा।
एवरेज खपत के मुताबिक बैलेंस रखना होगा।
अब तक रिचार्ज की मिनिमम-मैक्सिमम सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
पहला एवरेज 7 दिन की खपत के बराबर बैलेंस होने पर मैसेज आएगा।
दूसरा 3 दिन और तीसरा मैसेज 1 दिन की खपत के बराबर बैलेंस बचे होने का आएगा।
क्रेडिट लिमिट शुरू होने और कनेक्शन कट होने का वॉर्निंग मैसेज भी भेजा जाएगा।
बैलेंस खत्म होने के बाद भी 300 रुपए तक का क्रेडिट उपभोक्ता को दिया जाएगा।
इस बीच उन्हें रिचार्ज कराना होगा और अगले रिचार्ज से ये रकम काट ली जाएगी।