यह प्रक्रिया 2 जून से शुरू होकर 25 अगस्त 2025 तक दो पालियों में चलेगी। दस्तावेज़ सत्यापन में शामिल न होने या अर्हता पूर्ण न करने पर अभ्यर्थी की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी। इस आदेश के साथ ही प्राध्यापक की कमी दूर हो सकती है क्योंकि बिलासपुर सहित प्रदेश के कॉलेजों में लंबे समय से न तो प्राध्यापकों की सीधी भर्ती हुई है न ही प्रमोशन दिया गया है।
लंबे समय से फैकल्टी की कमी हो सकेगी दूर
बिलासपुर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से संबद्ध 128 कॉलेज लंबे समय से प्राध्यापकों की कमी से जूझ रहे हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के पूरी होने से इन कॉलेजों को दर्जनों योग्य प्राध्यापक मिल सकते हैं, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार आएगा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत कोर्स समय पर पूरे कराना संभव हो सकेगा।
हाईकोर्ट में मामला लंबित होने के चलते एबीवीयू के द्वारा लंबे समय से प्राध्यापक के पद में प्रमोशन नहीं हो सका है न ही लंबे समय से नई नियुक्तियां हो पाई है। अब 371 पदों पर भर्ती के साथ ही यूनिवर्सिटी से संबंधित कॉलेजों को प्राध्यापक मिल सकते हैं, जिससे नैक ग्रेडिंग में भी सहायता मिलेगी। – डॉ. तरूणधर दीवान, परीक्षा नियंत्रक, एबीवीयू