मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम हथनीकला मुंगेली निवासी सोमेश सिंह वर्तमान में भारतीय सेना में सिपाही हैं। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सेना में कार्यरत रहने के दौरान उनकी पहचान राजू साहू नाम के जवान से हुई थी। राजू अब सेना की नौकरी छोड़ चुका है और दिल्ली में रहता है। फोन पर संपर्क के दौरान उसने सोमेश को बताया कि वह एक मल्टी मिलियन डॉलर प्रोजेक्ट पर कार्यरत है, वहां योग्य वर्करों की आवश्यकता है।
सोमेश ने सरकारी सेवा में होने की असमर्थता जताई, तो राजू ने किसी रिश्तेदार के नाम से काम करने का सुझाव दिया और विभिन्न लोगों से फोन पर बात कराकर भरोसा दिलाया। इसके बाद दो किस्तों में कुल 3 लाख रुपए आरोपी ने अपनी मां ईश्वरी साहू के खाते में जमा कराए। आरोपी ने यह रकम माइक्रोसॉफ्ट का लाइसेंस दिलाने के नाम पर ली थी, लेकिन बाद में टाल-मटोल करता रहा।
पाकिस्तान से खाते में राशि डालने की धमकी
सोमेश को
ठगी का अहसास होने पर उसने आरोपी से जब अपने रुपए मांगे तो वो धमकी तक देने लगा कि ‘पाकिस्तान के अकाउंट से तुम्हारे खाते में पैसा डलवा दूंगा, तुम कहीं के नहीं रहोगे’। सोमेश ने डर और पैसे वापस मिलने की उम्मीद में पहले रिपोर्ट नहीं की, लेकिन बाद में एसएसपी रजनेश सिंह को मामले की जानकारी दी। उनके निर्देश पर सरकंडा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की मां इमलीभाठा सरकंडा निवासी ईश्वरी साहू (48 वर्ष) को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसके खाते में 3 लाख रुपए बेटे राजू ने डलवाया था, जो दिल्ली में ऑनलाइन काम करता है। पुलिस ने आरोपी महिला के विरुद्ध अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। फरार मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।