4.50 करोड़ की मशीनें, 1.50 करोड़ सिविल वर्क आधुनिक ट्रांसफर स्टेशन के लिए राज्य सरकार की ओर से 7.50 करोड़ रुपए की घोषणा की हुई है। इसमें से 4.50 करोड़ रुपए की राशि मशीनों पर खर्च होगी। 1.50 करोड़ रुपए का सिविल वर्क होगा। शेष 1.50 करोड़ रुपए इस ट्रांसफर स्टेशन के दो वर्ष के रख रखाव और संचालन पर खर्च होंगे। इस ट्रांसफर स्टेशन में 100 टीपीडी कचरा परिवहन करने के लिए 3 हुक लॉडर, 6 कंटेनर, 2 स्टेटिक कॉम्पेक्टर मशीन का उपयोग होगा।
30 वार्ड होंगे कवर्ड ट्रांसफर स्टेशन की क्षमता 100 टीपीडी है। इसलिए निगम क्षेत्र में स्थित 80 वार्डों में लगभग 30 वार्डों का कचरा ट्रांसफर स्टेशन पहुंच सकेगा। ये वार्ड वहीं होंगे, जिनकी बल्लभ गार्डन डंपिंग यार्ड से अधिक दूरी है। नगर निगम ने ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण के लिए शहर में कई स्थानों पर विचार किया है। इनमें से किसी एक स्थान को ट्रांसफर स्टेशन निर्माण के लिए चुना जाना है। शहर में 100 टीपीडी के तीन ट्रांसफर स्टेशन बनने पर ही सभी 80 वार्ड ट्रांसफर स्टेशनों से जुड सकते है।
समय की होगी बचत नगर निगम की अधिशाषी अभियंता (यांत्रिकी) नेहा गुप्ता के अनुसार वर्तमान में घर-घर कचरा संग्रहण कार्य के तहत ऑटो टिपर्स के बल्लभ गार्डन से वार्ड तक बार-बार आने और जाने में काफी समय लगता है। इससे सफाई कार्य में देरी होती है। शहर के बीच अथवा नजदीकी क्षेत्र में ट्रांसफर स्टेशन बनने से ऑटो टिपर ट्रांसफर स्टेशन में कचरा पहुंचाएगी। इस कचरे को कंप्रेस्ड कर अन्य वाहनों से बल्लभ गार्डन स्थित डंपिंग यार्ड भेजा जाएगा। ट्रांसफर स्टेशन में संपूर्ण कार्य मशीनीकृत होगा। ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण के लिए स्थान तय किया जा रहा है।