पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
आयुष की हत्या के बाद, आरोपियों ने परिवार के साथ मिलकर ढूंढने का नाटक किया। पुलिस को 8 मई को मुखबिर से सूचना मिली कि आयुष का शव खेत में दफनाया जा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुठभेड़ में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में गोली लगी, जबकि थाना प्रभारी के जैकेट पर भी गोली लगी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अनमोल, आकाश, अनिकेत, नकुल और उमेश के रूप में हुई है, जो मासूम के ही जान-पहचान वाले हैं।
आयुष का अपहरण और फिरौती की साजिश
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अनिकेत और उसके दोस्तों ने मिलकर आयुष का अपहरण किया था। अनिकेत ने आयुष से कहा था कि 5 लाख रुपये उसके पिता से लेंगे, जिसमें से 2 लाख रुपये उसे देंगे और बाकी 3 लाख रुपये आपस में बांट लेंगे। लेकिन जब आयुष ने इसका विरोध किया और भागने की कोशिश की, तो आरोपी अनिकेत ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने फिरौती की मांग करते हुए इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजा।
किडनैपर ने परिवार के साथ मिलकर लिया खोजबीन का नाटक
मौत के बाद भी अनिकेत ने परिवार के साथ पूरी रात आयुष की तलाश का नाटक किया, ताकि परिवार को उस पर शक न हो। आयुष की मां ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मुझे सिर्फ इंसाफ चाहिए। मेरे बेटे को बहला-फुसलाकर ले गए और फिर उसकी हत्या कर दी। अनिकेत ने ही मेरे बेटे को मारा है। हमे सिर्फ न्याय चाहिए।” पुलिस की जांच में आपसी रंजिश का शक
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण आपसी रंजिश बताया जा रहा है। एसपी देहात विनय कुमार ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।