जमानत पाने वाले अधिकारियों में डीआर साहू, वीके चौहान, सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता, एचएन पात्र, तत्कालीन कार्यपालन अभियंता, प्रमोद सिंह कंवर, एसडीओ,
बीजापुर, संतोष दास- उप अभियंता, जगदलपुर शामिल हैं। इन अधिकारियों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता आरएन. ठाकुर ने पैरवी की थी। अदालत ने सुनवाई के बाद सभी को सशर्त जमानत प्रदान की, दोपहर बाद जब यह आदेश बीजापुर पहुंचा तो उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
CG News: सड़क निर्माण बिलिंग में की थी लापरवाही
इन सभी पर आरोप है कि इन सभी ने निर्माण सामग्री की फर्जी बिलिंग और गुणवत्ता को ताक पर रख दिया था। अपनी जिम्मेदारी को न निभाते हुए इन्होंने लापरवाही बरतते शासन के करोड़ों की रकम का गबन किया है।
एसआईटी जांच से और खुलासों की संभावना
CG News: सड़क निर्माण में इतनी बड़े रकम का घोटाला होने के चलते इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है । और अब तक कई परतें खुल चुकी हैं। प्रशासन और जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि आगे और नए नाम और तथ्य उजागर हो सकते हैं। यह घोटाला अब सिर्फ आर्थिक भ्रष्टाचार का नहीं, ज्ञात हो कि इस
सड़क निर्माण के घोटाला को उजागर करने वाले एक पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप निर्माण में लगे ठेकदार सुरेश चंद्राकर पर लगाया गया है। फिलहाल सुरेश चंद्राकर व अन्य आरोपी जेल में बंद हैं।